समस्तीपुर-दरभंगा मुख्य मार्ग पर रविवार सुबह एक बार फिर जाम का दानव सिर उठाता नजर आया। हफ्ते भर के इंतजार के बाद लगने वाले मथुरापुर कृषि बाजार समिति के हाट ने स्थानीय लोगों, यात्रियों और किसानों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं। यह समस्या अब केवल ट्रैफिक तक सीमित नहीं रही, बल्कि कारोबार और जनजीवन को भी प्रभावित करने लगी है।

रविवार सुबह करीब 7 बजे से 10 बजे तक समस्तीपुर के मथुरापुर स्थित कृषि बाजार समिति गेट के पास सड़क पूरी तरह ठप हो गई। जाम की स्थिति इतनी भयावह थी कि पैदल चलना भी दूभर हो गया। तेज गर्मी और चिलचिलाती धूप में लोग बेहाल हो गए। कई यात्रियों को अपने बच्चों व सामान के साथ स्टेशन तक पैदल पहुंचना पड़ा।

सबसे अधिक परेशानी उन किसानों को हुई, जो दूर-दराज के गांवों से हरी सब्जियाँ लेकर बाजार पहुँचे थे। न तो वे बाजार समिति में प्रवेश कर सके और न ही अपनी उपज बेच पाए। तेज गर्मी में सब्जियों के खराब होने का डर उन्हें लगातार सता रहा था।

व्यापारियों के मुताबिक जाम के कारण करीब 50 लाख रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ। स्थानीय दुकानदारों और ई-रिक्शा चालकों द्वारा बाजार समिति गेट के सामने अवैध रूप से कब्जा कर लेने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। वर्षों से इन दुकानों और ठेलों को हटाने की मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।


करीब दो घंटे बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँची। थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार ने स्वयं पुलिस बल के साथ मिलकर जाम हटाने की कोशिश की। लेकिन भीषण गर्मी और जाम की भयावहता ने हालात को बेहद चुनौतीपूर्ण बना दिया।


