समस्तीपुर. जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोरदिवा गांव के बुधवार को टोटो में पिकअप ने ठोकर में मार दी. इसमें पांच आशा कार्यकर्ता घायल हो गईं. घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में भर्ती कराया गया. घायल आशा कार्यकर्ताओं में बांदे निवासी प्रर्मिला देवी, रहीमपुर रुदौली की नूशहत प्रवीण, रुदौली की नीलम देवी, धुरलख की रंगीला देवी और हरपुर की तारा देवी शामिल है. बताया गया है कि आशा दिवस कार्यक्रम के मौके से कार्यक्रम के बाद अपने घर जा रही थी.
इसी बीच समस्तीपुर की तरफ से जा रहा पिकअप में फोटो की ठोकर मार दी. घटना के बाद मौके से पिकअप चालक गाड़ी लेकर फरार हो गया. सभी का प्राथमिक उपचार किया गया. इलाज से असंतुष्ट होने के बाद आशा कार्यकर्ता संघ के सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. वार्ड में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों में अफरा- तफरी मच गयी. आशा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इलाज में लापरवाही हुई है. बाहर से दवा खरीदने की बात स्वास्थ्य कर्मी कर रहे हैं.
आशा कार्यकर्ताओं को समझा बुझाकर कर मामले को शांत कराया.
इस बात को लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा. बाद में सूचना मिलने के बाद सिविल सर्जन एसके चौधरी सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ नागमणि राज पहुंचकर किसी तरह आशा कार्यकर्ताओं को समझ कर मामले को शांत कराया. इस संबंध में पूछे जाने पर डीएस श्री राज ने बताया कि घायल आशा कार्यकर्ताओं का बेहतर इलाज किया जा रहा था. सभी घायलों के लिए अलग-अलग बेड मांगा जा रहा था. जबकि इमरजेंसी कक्ष में सीमित बेड है.
अगर कोई कर्मी बाहर से निजी दुकान दवा लाने के लिए मरीज को कहते हैं या लिख कर देते हैं, तो जांच के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी. बाहर से दवा खरीदने के लिए सरकार का निर्देश नहीं है. ना ही किसी को कहा जाता है. लेकिन, यह कोई नया मामला नहीं है. इलाज में लापरवाही और बाहर से दवा खरीदारी और रेफर करने को लेकर अक्सर हंगामा होता रहा है.