Samastipur Bank Loot : समस्तीपुर के बैंक ऑफ महाराष्ट्र में हुए सोना लूट कांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार बैंक के एक ग्राहक ने ही दोस्तों के साथ मिलकर सोना लूट की साजिश रची थी। सोमवार को एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने प्रेस वार्ता में बताया कि नगर थाना क्षेत्र के काशीपुर स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र में 7 मई को हुए 10 करोड़ के लूट में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता रमेश झा को गिरफ्तार किया है।

एसडीपीओ ने बताया कि अभियुक्त रमेश झा ने बैंक से 23 लाख का गोल्ड लोन अपनी पत्नी और बच्चे के नाम से ले रखा था। जिसको चुकाने के लिए बैंक उस पर पैसा जमा करने का दबाव बना रहा था। उन्होंने बताया कि रमेश ने बैंक में जो गहने रखे थे, उसका बैंक के चेकर से मिलीभगत करके मूल्य बढ़ाकर लोन लिया था। इसी कारण रमेश झा ने बैंक डकैती करवाई थी। रमेश ने भी अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।

एसडीपीओ ने बताया कि घटना के बाद रमेश, दीपक के साथ रजरप्पा मंदिर, दिल्ली और जालंधर गया था। इस कांड में वह जालंधर कोर्ट में सरेंडर करने वाला था, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि इस मामले में रमेश झा समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से लूट के 447 ग्राम सोने के आभूषण, लूट की बाइक, पिस्टल व गोली बरामद किए गए हैं। बरामद सोना की कीमत करीब 45 लाख रुपये बतायी जा रही है।


उन्होंने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में मोहनपुर थाना क्षेत्र के विनगामा निवासी व वर्तमान में नगर थाना के काशीपुर निवासी अशेश्वर प्रसाद राय के पुत्र दीपक कुमार उर्फ दीपक मुंशी, कर्पूरीग्राम थाना क्षेत्र के जगदीशपुर निवासी व वर्तमान में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आदर्शनगर निवासी राजकुमार झा के पुत्र रमेश कुमार झा, वैशाली के महनार थाना क्षेत्र के खरजामा के रामबाबू राय की बेटी अनुराधा कुमारी व पत्नी फुलपरी देवी के अलावा वैशाली के देसरी थाना क्षेत्र के सुरेश साह के पुत्र दीपक सोनार शामिल हैं।


एसडीपीओ ने बताया कि दीपक ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार करते हुए घटना में शामिल अन्य अपराधियों का नाम बताया। उन्होंने बताया कि एसटीएफ, डीआईयू व नगर पुलिस की संयुक्त कारवाई में सभी को गिरफ्तार किया गया है।

