समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में डीएम योगेंद्र सिंह ने 1 सितंबर से प्रारंभ हो रहे राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के सफल आयोजन के संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की एवं कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। बैठक की शुरुआत में डीएम ने बताया कि पिछले वर्ष पोषण माह के दौरान किए गए कार्यों के लिए समस्तीपुर जिला शिक्षा कार्यालय को पूरे देश में तीसरा स्थान मिला था जो सभी विभागों के लिए भी काफी प्रेरणादायक है। इसके साथ ही आईसीडीएस और शिक्षा विभाग को इस आयोजन के वांछित उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए पोषण माह के दौरान कड़ी मेहनत करने का निर्देश दिया गया।

0 से 5 वर्ष की आयु वर्ग में उचित पोषण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जिला अधिकारी ने आईसीडीएस डीपीओ को विशेष रूप से निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि बच्चों को केवल इस आयोजन के दौरान ही नहीं बल्कि पूरे वर्ष आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहें। बैठक में बताया गया कि इस माह के दौरान कुछ विशेष गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जैसे सामूहिक जागरूकता शिविर, पर्यावरण संरक्षण, बच्चों के लिए भोजन वितरण में पारदर्शिता लाना ,पूरक आहार की व्यवस्था, आदि। डीएम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पंचायत और प्रखंड स्तर पर विशेष रूप से पूरक आहार के महत्व के संबंध में सामूहिक जागरूकता पर ध्यान केंद्रित किया जाना जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि लोगों को पूरक आहार के बारे में आईसीडीएस और शिक्षा विभाग सरल तरीके से जागरूकता संदेश तैयार किया जाए।


तैयार किए जाए, एवं जन प्रतिनिधियों के माध्यम से भी पोषण माह के दौरान करवाई जा रही गतिविधियों का प्रचार प्रसार किया जाए, इसके अलावा पूरक आहार के अंतर्गत आने वाले विभिन्न खाद्य पदार्थों के संग्रह वाली कृत्रिम खाद्य टोकरी को जागरूकता के लिए सीडीपीओ और पीएचसी के कार्यालय के बाहर रखा जाय। इसी प्रकार डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पोषण माह के जागरूकता के लिए विद्यालयों में प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया एवं इस कार्य के लिए संबंधित प्रखंड के सीडीपीओ एवं एम.ओ.आई.सी. (MOIC) से आवश्यक सहायता लेने को भी निर्देश दिया। इसी प्रकार शिक्षा विभाग द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के आयोजन के लिए आठ बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित किया जाना है। एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि एवं पर परदर्शाता लाने के लिए तकनीक का उपयोग, पर्यावरण संरक्षण, पोषण को प्रभावित करने वाले क्षेत्र और सामूहिक जागरूकता गतिविधियां चला। डीएम ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को नेतृत्व संभालकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने का निर्देश दिया।



