समस्तीपुर में बुधवार को विद्युत उपभोक्ताओं ने इंकलाबी नौजवान सभा के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का उद्देश्य प्रीपेड स्मार्ट मीटर पर रोक लगाना, 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना और विद्युत सेवा शुल्क व मीटर शुल्क जैसी कई मांगों को लेकर आवाज उठाना था। बाजार क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने अपनी नाराजगी जताते हुए जुलूस निकाला।

प्रदर्शन की शुरुआत जनता मैदान से हुई, जहां उपभोक्ताओं ने प्रीपेड मीटर की गति पर रोक लगाने और अन्य शुल्कों को समाप्त करने की मांग की। NH-28 से होते हुए प्रदर्शनकारियों ने पेट्रोल पंप तक नारेबाजी करते हुए मार्च किया और पुनः जनता मैदान में जाकर यह जुलूस एक सभा में बदल गया। इस सभा की अध्यक्षता प्रखंड उपाध्यक्ष मो. एजाज ने की।

सभा को संबोधित करते हुए विद्युत सुधार संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक और भाकपा-माले जिला स्थायी समिति के सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रीपेड मीटर से जुड़ी शिकायतें लगातार आ रही हैं। उन्होंने बताया कि जहां पहले उपभोक्ताओं को डिजिटल मीटर का बिल 250-300 रुपये आता था, वहीं अब प्रीपेड मीटर के कारण बिल 500 रुपये तक बढ़ गया है। एक किलोवाट लोड का प्रीपेड मीटर प्रति यूनिट 10 रुपये का बिल लेता है, जिससे उपभोक्ता बिना बिजली जलाए ही सालभर में 3600 रुपये देने पर मजबूर हो रहे हैं। इसे जनता की कमाई की लूट बताते हुए उन्होंने इसका कड़ा विरोध करने की अपील की।

RYA के जिला सचिव आसिफ होदा ने भी सभा में कहा कि बिहार जैसे गरीब राज्य में इतनी महंगी बिजली दरें उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकारी कार्यालयों और अधिकारियों के आवासों पर प्रीपेड मीटर क्यों नहीं लगाए जा रहे हैं, जबकि आम उपभोक्ताओं पर इसे थोप दिया गया है।
