Bulldozer Action Against The Poor Should Be Stopped : नवादा जिले के रोह थाना क्षेत्र अंतर्गत भट्टा गांव में फेरी वाले अल्पसंख्यक के साथ हुई मॉब लिंचिंग और गरीबों पर की गई बुलडोजर कार्रवाई के विरोध में भाकपा माले ने मंगलवार को प्रतिरोध मार्च निकाला। मार्च के बाद स्टेशन चौराहा पर एक जनसभा का आयोजन किया गया।
भाकपा माले के कार्यकर्ता शहर के मालगोदाम चौक पर एकत्र हुए, जहां हाथों में पार्टी के झंडे, बैनर और मांगों से संबंधित तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला गया। यह प्रतिरोध मार्च बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौराहा पहुंचा, जहां सभा आयोजित की गई।

सभा की अध्यक्षता करते हुए भाकपा माले जिला स्थायी समिति सदस्य जीबछ पासवान ने कहा कि नवादा की मॉब लिंचिंग की घटना बिहार की कानून-व्यवस्था और शासन पर गंभीर सवाल खड़े करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना भाजपा द्वारा बिहार में बनाए जा रहे सांप्रदायिक माहौल का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री सम्राट चौधरी के कार्यभार संभालने के बाद राज्य में मॉब हिंसा और बुलडोजर कार्रवाई की घटनाओं में इजाफा हुआ है। यदि एनडीए सरकार बिहार में ‘योगी मॉडल’ लागू करना चाहती है, तो यह राज्य की सामाजिक एकता और लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक होगा, जिसका जोरदार विरोध किया जाएगा।
मुस्लिम होने के संदेह में अमानवीय यातनाएं देने का आरोप
सभा में बताया गया कि मोहम्मद अतहर हुसैन को केवल मुस्लिम होने के संदेह में भीड़ ने घेरकर अमानवीय यातनाएं दीं। आरोप है कि उन्हें बेरहमी से पीटा गया, गर्म औजार से दागा गया, कान काटे गए, उंगली तोड़ी गई और उनके निजी अंगों में पेट्रोल डाला गया। अधमरी हालत में छोड़ दिए जाने के बाद उल्टे उन पर चोरी का झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया गया। इलाज के दौरान 12 दिसंबर को उनकी मौत हो गई।
भाकपा माले नेताओं ने इस मौत के लिए पुलिस, जिला प्रशासन और डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। पार्टी ने मांग की कि मोहम्मद अतहर हुसैन की हत्या में शामिल सभी दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए, पीड़ित परिवार को सुरक्षा, न्याय और पर्याप्त मुआवजा दिया जाए, अतहर पर दर्ज झूठा मुकदमा रद्द किया जाए और दोषी पुलिसकर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो।
इसके साथ ही पार्टी ने बुलडोजर कार्रवाई और भीड़तंत्र पर तत्काल रोक लगाने तथा गृह मंत्री सम्राट चौधरी से राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर सार्वजनिक रूप से जवाब देने की मांग की।


