Samastipur News : गर्मी शुरू होते ही समस्तीपुर जिले में जल संकट गहराने लगा है। गावों में पानी के लिए लोंगो को सुबह से ही मशक्कत करनी पड़ रही है। कई इलाकों में पीने के पानी के लिए भी लोगों को जूझना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार जिले के पटोरी अनुमंडल के शाहपुर उंडी गांव में पिछले एक पखवाड़े से पेयजल आपूर्ति ठप पड़ी है। ग्रामीणों को पेयजल के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। लोगों का आरोप है कि पेयजलापूर्ति विभाग पेयजल आपूर्ति मुहैया करवाने में नाकाम साबित हो रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों में विभाग के प्रति भारी रोष व्याप्त है। वहीं पेयजल आपूर्ति बंद होने से ग्रामीणों को एक से दो किलोमीटर दूर से पानी ढोना पड़ रहा है।

इस बीच एक सनसनीखेज खबर सामने आई। जिसके अनुसार पानी के बिना 10 दिन पहले एक महिला की तड़प कर मौत हो गई। मामला पटोरी अनुमंडल के शाहपुर उंडी गांव का है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बुजुर्ग महिला के पति रामउदगार पांडेय एडीएम से लेकर पीएचईडी विभाग के अधिकारी के पास शिकायत लेकर पहुंचे। अब इस मामले में पटोरी के एसडीएम विकास पांडेय ने बीडीओ के नेतृत्व जांच कमेटी का गठन किया है।

बताया गया कि पटोरी के शाहपुर उंडी गांव निवासी रामउदगार पांडेय (78) अपनी बुजुर्ग पत्नी मंजू देवी (72) के साथ पीएम आवास योजना से बने में रहते हैं। इनके दो बेटे है। लेकिन दोनों परदेश में रहते हैं। घर में बुजुर्ग दंपती पोती के साथ अकेले रहते है। बुजुर्ग दंपती जिस घर में रहते हैं, उसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अतिमहत्वाकांक्षी नलजल योजना के तहत नल लगा हुआ है। जो पानी का मात्र एक साधन है। जिससे यह अपने जरूरतों के लिए पानी का उपयोग करते थे। लेकिन यह नल बीते 24 मार्च से खराब है। नल से पानी आना बंद हो गया। जिसके बाद नल जल ठीक कराने की मांग की लेकर इन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ ही नीचे से ऊपर के अधिकारी तक शिकायत की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

रामउदगार पांडेय बताते हैं कि नल जल ख़राब होने की वजह से इन्हें पानी के लिए अपने घर से करीब आधा किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। चापाकल दूर रहने के कारण वह पीने का पानी बाल्टी में जमा कर रखते हैं।उन्होंने बताया कि 19 मई की सुबह करीब पांच बजे उनकी पत्नी ने सिर दर्द की शिकायत की। इसी दौरान उसने पानी मांगा। जब वह बाल्टी से पानी लाने के लिए गए तो पानी में पहले से छिपकली मरा हुआ था। जिस कारण उन्होंने बाल्टी का पानी फेंका, घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर अवधेश भगत के घर के पास नलका पर से पानी लाने के लिए गए। जब-तक वह पानी लेकर लौटे उनकी पत्नी की मौत हो चुकी थी।

रामउदगार का दावा का पानी अभाव के कारण ही उनकी पत्नी की मौत हुई है। रामउदगार ने इस मामले को लेकर 23 मई को एसडीएम को आवेदन दिया, तब जाकर मामले की जानकारी सामने आई। उन्होंने कहा कि शिकायत करने के बाद भी यहां कोई कार्रवाई नहीं होती है। उन्होंने ब्लॉक से लेकर अनुमंडल तक सभी जगह इसको लेकर शिकायत की। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई है। हालांकि अब इस मामले में पटोरी के एसडीएम विकास पांडेय ने बीडीओ के नेतृत्व जांच कमेटी का गठन कर रिपोर्ट देने को कहा है।


इस मामले में पटोरी के एसडीएम विकास पांडेय ने कहा कि मामला गंभीर है। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय बीडीओ के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन किया है। जिससे रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पर कार्रवाई होगी। इस मामले में हर पहलु पर जांच की जा रही है।

