Samastipur News : समस्तीपुर के पटोरी से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। यहां गांव में बच्चों के बीच शुरू हुए झगड़े ने धीरे-धीरे बड़ों को भी अपनी चपेट में ले लिया, और देखते ही देखते दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चलने लगे। इस हिंसक झड़प में आठ लोग जख्मी हैं। जिन्हे इलाज के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल और पटोरी अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार पटोरी थाना क्षेत्र के लगुनिया वार्ड-7 मोहल्ले में गुरुवार की रात गांव में भोज खाने के दौरान बच्चों के बीच विवाद शुरू हो गया। इसके बाद बड़े भी आपस में भीड़ गए। इस घटना में दोनों तरफ से जाकर लाठी डंडे चले । इसमें आठ लोग घायल हो गए।

जख्मी में एक पक्ष से शिव शंकर राय, उनके चचेरे भाई रविंद्र राय गौरीशंकर राय के अलावा गौरी के बेटा रोहित कुमार व अविनाश कुमार घायल है। जबकि, दूसरे पक्ष से छबिलाल राय व उनका भतीजा घायल है।

घटना के संबंध में एक जख्मी गौरी शंकर राय का कहना है कि गांव के ही धनकी राय के यहां भुईंया बाबा के पूजा को लेकर रात्रि भोज का आयोजन किया गया था। जिसमें हमलोग परिवार सहित भोज खाने के लिए गए थे।

भोज खाने के दौरान ही उनके बेटा रोहित और छबिलाल के भतीजा में किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गया। जिसे वहां पर मौजूद लोगों ने समझा बूझकर मामला खत्म करा दिया था। इस बीच भोज खाने के बाद जब हमलोग वापस लौट रहे थे। इसी दौरान गांव के सिपाही राय के घर के पास छबिलाल का भतीजा उनके बेटा रोहित और उनके भतीजा अविनाश को रोककर मारपीट करने लगा ।

इसके जब हम बीच बचाव करने के लिए पहुंचे, तो वे लोग हम पर टूट पड़े, बाद में एक-एक कर परिवार के सभी लोगों के साथ भी मारपीट की। हल्ला होने पर आसपास के लोगों की भीड़ जुटी तो बीच – बचाव पर मामला शांत कराया।
इस घटना में दोनों ओर से जख्मी लोगों को इलाज के लिए पटोरी अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने गंभीर रूप से जख्मी शिव शंकर राय और रविंद्र राय को उपचार के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया है, जहां शिव शंकर की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

इस मामले में पटोरी के थाना अध्यक्ष का कहना है कि गांव में भोज खाने को लेकर हुए विवाद में दोनों ओर से आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। सभी जख्मी का उपचार अस्पताल में चल रहा हैं। हालांकि अभी तक किसी पक्ष की ओर से आवेदन नहीं मिला है। वहीं इस मामले में अभी चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।

