समस्तीपुर ज़िले के मोहिउद्दीननगर और मोहनपुर क्षेत्र में गंगा नदी का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों के बीच बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है। यह क्षेत्र पहले से ही बाढ़ की मार झेल रहा था, और अब जलस्तर में हो रही इस बढ़ोतरी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
पिछले पांच दिनों में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता हुआ देखा गया है। शुक्रवार को जलस्तर 46.35 मीटर पर पहुंच गया, जो कि खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर ऊपर है। यह लगातार हो रही वृद्धि स्थानीय किसानों और पशुपालकों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन गई है।
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल दलसिंहसराय के अनुसार, गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि की प्रवृत्ति अभी जारी है, और यह स्थिति आने वाले दिनों में और भी बिगड़ सकती है। खेतों में पानी भरने से किसानों की फसलें बर्बादी के कगार पर पहुंच गई हैं। कई किसान अपने फसलों को काटकर मवेशियों के चारे के रूप में इस्तेमाल करने पर मजबूर हो गए हैं, क्योंकि अब फसल को बचाने का कोई विकल्प नहीं बचा है।
दूसरी ओर, पशुपालकों के सामने भी विकट समस्या खड़ी हो गई है। चरने के लिए उपलब्ध जमीन के अभाव में मवेशियों को खिलाना कठिन हो गया है। पशुचारा महंगा होने के कारण पशुपालक आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं और मवेशियों को सरैसा की ओर ले जाने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा है।