बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट चेकपोस्ट से पुलिस ने सोमवार को हथियार के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि दोनों का संबंध गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है. दोनों उस गैंग के शूटर हैं. गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि सूचना के आधार पर दो लोगों को कुचायकोट चेकपोस्ट से गिरफ्तार किया गया है. दोनों उत्तर प्रदेश से बिहार में प्रवेश कर रहे थे.
गिरफ्तार लोगों की पहचान राजस्थान के अजमेर जिला निवासी कमल रावत और मुजफ्फरपुर जिला के संतनु शिवम के रूप में की गई है. इनके पास से ऑस्ट्रिया निर्मित चार पिस्तौल बरामद की गई है. उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद दोनों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था. गिरफ्तार लोगों से एसडीपीओ (सदर) के नेतृत्व में एसटीएफ, डीआईयू की टीम ने गहन पूछताछ की.
पूछताछ के क्रम में पता चला कि गैंग का मुजफ्फरपुर और मोतिहारी जिले में बड़ी घटना को अंजाम देने का इरादा था. पूर्व में भी गैंग के सदस्यों ने दोनों जिलों में रेकी की थी. आगे की छानबीन के लिए अजमेर और अन्य संबंधित जिलों की पुलिस से संपर्क किया गया है. इससे पहले भी बिहार में गोपालगंज पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर व्यवसायियों से 20 लाख की रंगदारी मांगने वाले एक अपराधी को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार अपराधी का नाम पीयूष पटेल बताया गया है जो मीरगंज थाना क्षेत्र के एकडंगा मौजे गांव निवासी भूपेंद्र पटेल का बेटा बताया है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के पास से रंगदारी मांगने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया है.