जिले में पुरवा हवा 13.2 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली और रह-रहकर आसमान में काले घनघोर बादलों के छाने से गर्मी के असर में कमी आई, जिससे लोगों को काफी राहत मिली। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा पूसा एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 24 जुलाई तक उत्तर बिहार के जिलों में अच्छी वर्षा की सम्भावना नहीं है। इस दौरान मौसम ज्यादातर शुष्क रहने की संभावना है।
23-24 जुलाई के आसपास कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है, लेकिन उमस भरी गर्मी जारी रहने की उम्मीद है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 33 से 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26-30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। पुरवा हवा 12-16 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने की संभावना है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 80 से 90 प्रतिशत और दोपहर में 40 से 50 प्रतिशत रहने की संभावना है। सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहते हुए 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहते हुए 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्ष आर्द्रता 93 फीसदी और दोपहर में 68 फीसदी रही।
मौसम पूर्वानुमान के आधार पर हल्की वर्षा की संभावना को ध्यान में रखते हुए मिर्च की बुआई के लिए उथली क्यारियों में बीज गिराने की सलाह दी गई है। इसके लिए उन्नत प्रभेद और संकर किस्में जैसे कृष्णा, अर्का लोहित, पूसा ज्वाला, पूसा सदाबहार, पंजाब लाल, काशी अनमोल, अर्का श्वेता, अर्का मेघना, अर्का हरिता, काशी सुर्ख, काशी अगेती, काशी तेज अनुशंसित हैं। बीज दर 1 से 1.5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर और संकर किस्मों के लिए 200 से 300 ग्राम प्रति हेक्टेयर रखें। क्यारियों की चौड़ाई एक मीटर और लम्बाई 3-4 मीटर होनी चाहिए। बीज गिराने से पहले थायरम 75 प्रतिशत दवा से बीजोपचार करें। सब्जियों में आवश्यकतानुसार निकाई-गुड़ाई करें और लाही, सफेद मक्खी व चूसक कीड़ों की निगरानी करें। इन कीटों के प्रकोप के लिए इमिडाक्लोरोप्रिड दवा का 0.3 मिली प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।