राजगीर के एक होटल में रविवार को जदयू नेताओं के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में बार-बालाओं के नृत्य का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। इस घटना ने पार्टी की छवि को धूमिल किया है और पार्टी नेतृत्व द्वारा सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है। रविवार को राजगीर के एक होटल में जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार की जीत और राज्यसभा सांसद संजय झा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी का अध्यक्ष बनाए जाने की खुशी में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन नालंदा जदयू जिला व्यवसायिक एवं उद्योग प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष विजयकांत द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में जदयू के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए थे।
हालांकि, कार्यक्रम में बार-बालाओं को बुलाया गया और उनके नृत्य का वीडियो सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि बार-बालाएं मंच पर ठुमके लगा रही हैं, जबकि राजगीर प्रशासन से केवल राजनीतिक कार्यक्रम की अनुमति ली गई थी, बार-बालाओं के नृत्य का नहीं। जदयू के जिला अध्यक्ष मोहम्मद अरशद ने इस कार्यक्रम से अनभिज्ञता जताई और कहा कि व्यवसायिक प्रकोष्ठ ने अपने स्तर पर यह कार्यक्रम आयोजित किया था। उन्होंने इस घटना को बेहद निंदनीय बताते हुए कहा कि पार्टी इस पर सख्त कार्रवाई करेगी।
कार्यक्रम में जदयू के प्रदेश सचिव बेबी मंडल, प्रदेश महासचिव अवधेश मुखिया, प्रदेश सचिव त्रिलोक दास, नालंदा शिक्षा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रोफेसर सुरेंद्र प्रसाद, युवा जिला अध्यक्ष नालंदा धीरज पटेल, नगर अध्यक्ष रितेश कुमार, राजगीर प्रखंड अध्यक्ष जयराम, छात्र प्रखंड अध्यक्ष अनमोल वर्मा, बादल कुमार समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल थे। एक सप्ताह पहले भी जदयू के एक नेता का ऑडियो और वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे ग्रामीण विभाग में पोस्टिंग और नौकरी दिलाने की बातें कर रहे थे। इस घटना ने भी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया था।