Bihar Elections 2025 : बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य की वोटर लिस्ट का घर-घर जाकर सत्यापन किया जाएगा। इस दौरान बांग्लादेशी और विदेशी घुसपैठियों समेत लंबे समय से राज्य से बाहर रहकर नौकरी या व्यवसाय करने वाले लोगों की पहचान की जाएगी और उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाया जाएगा।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस और उसके अन्य सहयोगी दलों की ओर से वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर चुनाव आयोग पर जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, उससे सतर्क होकर आयोग ने अब बिहार को लेकर बड़ा फैसला लिया है। जिसमें राज्य की वोटर लिस्ट का घर-घर जाकर सत्यापन किया जाएगा।

इस दौरान बांग्लादेशी और विदेशी घुसपैठियों समेत लंबे समय से राज्य से बाहर रहकर नौकरी या व्यवसाय करने वाले लोगों की पहचान कर उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे। आयोग ने 21 साल बाद यानी 2004 के बाद बिहार में मतदाता सूची के सत्यापन के लिए इतना बड़ा अभियान चलाने का फैसला किया है।

घर-घर जाकर होगा मतदाताओं का सत्यापन:
आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के पुनरीक्षण अभियान के साथ ही यह सत्यापन अभियान भी चलाया जाएगा। जिसकी शुरुआत जुलाई के पहले सप्ताह से हो सकती है।


आपको बता दें कि आयोग वैसे भी मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाने के अभियान में लगा हुआ है। इसमें मतदाता सूची से डुप्लीकेट नाम हटाना, मतदाताओं को मतदाता सूची में एक ही स्थान से अपना नाम दर्ज कराने की अनुमति देना, मृत मतदाताओं की पहचान कर उनका नाम तत्काल हटाना और 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके मतदाताओं को समय पर मतदाता सूची में शामिल करना जैसी पहल शामिल हैं।


