Bihar First Expressway : बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे समस्तीपुर जिले से भी गुजर रहा है। यह एक्सप्रेस-वे से जिले के 30 गांवों से होकर गुजरेगा। जिससे यहां के लोगों को भी काफी फायदा होगा। इस एक्सप्रेस-वे से जहां लोगों को आवाजाही में सुविधा होगी वहीं इस इलाके में विकास का रास्ता खुलेगा।

जानकारी के अनुसार जिले में इस एक्सप्रेसवे का क्षेत्रफल करीब 38 किलोमीटर है। यह सिक्स लेन सड़क जिले के मोरवा, सरायरंजन, ताजपुर, मुजौना, गुरुआरा होते हुए बूढी गंडक नदी को पार कर कल्याणपुर प्रखंड के रास्ते दरभंगा में प्रवेश करेगी। इससे इन प्रखंडों के दर्जनों गांव लाभान्वित होंगे।

बता दें कि 189 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे गया जिले के आमस से पटना के रामनगर होते हुए दरभंगा तक जाएगी। इसका निर्माण कार्य काफी तेज़ी से चल रहा है। इसमें ताजपुर से गरूआरा तक अभी इस सड़क के निर्माण के लिए मिट्टी डालने का कार्य चल रहा है। इसके साथ ही समस्तीपुर-पूसा रोड को पार कराने के लिए गरूआरा के पास एक बड़े पुल का निर्माण किया जा रहा है।

घट जाएगी पटना – दरभंगा की दूरी :
इस एक्सप्रेस वे के बन जाने से समस्तीपुर से पटना की दूरी 100 से घटकर 65 किलोमीटर हो जाएगी। जब्कि समस्तीपुर से दरभंगा एयरपोर्ट की दूरी मात्र 35 किलोमीटर रह जाएगी। इस एक्सप्रेस-वे से समस्तीपुर के अलावा वैशाली, पटना, गया, जहानाबाद, औरंगाबाद के लोगों को फायदा मिलेगा। साथ ही राज्य के चार मुख्य एयरपोर्ट गया, पटना, दरभंगा और पूर्णिया एयरपोर्ट एक ही रूट पर आ जाएंगे।


सड़क निर्माण से रोजगार के लगने लगेंगे पंख :
इस एक्सप्रेस वे के निर्माण हो जाने से पर्यटन उद्योग के बढ़ने के साथ – साथ आसपास के इलाकों के लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। वहीं इस सड़क के अगल बगल होटल, ऑफिस खुलने से पुरे इलाके का शहरीकरण होगा। जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों के लिए रोजगार और व्यापार के अवसर खुलेंगे। इसके साथ ही किसानों को अपने सामान लाने और ले जाने के लिए काफी सहूलियत होगी। किसान सीधे अपने उद्योग को नॉर्थ बिहार से साउथ बिहार तक ले जा सकेंगे।


