राज्य में पैक्सों के कंप्यूटरीकरण और कामर्स सर्विस सेंटर के रूप में कार्य करने के बेहतर नतीजे सामने आए हैं।

4316 पैक्सों के कामन सर्विस सेंटर द्वारा साढ़े चार करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया गया है। कामन सर्विस सेंटर पर ग्रामीणों को 300 से ज्यादा सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही है।

कॉमन सर्विस सेंटर के बढ़ते व्यवसाय पर सहकारिता विभाग की ओर से रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में प्रथम चरण में 4477 पैक्सों का कंप्यूटरीकरण हो चुका है।

5987 पैक्सों के कामन सर्विस सेंटर आइडी बन चुके हैं। सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने पैक्सों के बढ़ते व्यवसाय पर खुशी जाहिर की है।

गांव-गांव में लोगों की जिंदगी आसान हो रही
उन्होंने कहा है कि राज्य के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। कॉमन सर्विस सेंटर के जरिये गांव-गांव में लोगों की जिंदगी आसान हो रही है और उन्हें अनेक प्रकार की सुविधाएं मिल रही हैं।

सोमवार को सहयोग समितियां की निबंधक इनायत खान ने सभी जिला सहकारिता पदाधिकारियों एवं सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों एवं कॉमन सर्विस सेंटर के जिला प्रबंधकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।

समीक्षा के क्रम में पाया गया कि शेखपुरा, कैमूर, मधेपुरा, सुपौल आदि जिलों में 90 प्रतिशत से अधिक पैक्सों में कॉमन सर्विस सेंटर के आइडी क्रियाशील है।
मुंगेर, बक्सर, गोपालगंज, औरंगाबाद एवं लखीसराय जिले की प्रगति संतोषजनक नहीं है। वहीं, जिन पैक्सों में अबतक सेंटर क्रियाशील नहीं हैं उन्हें जल्द से जल्द क्रियाशील किए जाने का निर्देश दिया गया।

