Bihar News : मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा से भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है। निगरानी विभाग की टीम ने शुक्रवार को जिले के इस्लामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा कार्यकर्ता के चयन के नाम पर बीसीएम आशुतोष कुमार को 40 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया।

शिकायत पर हुई कार्रवाई :
निगरानी विभाग पटना के डीएसपी श्याम बाबू प्रसाद ने बताया कि इस्लामपुर वार्ड नंबर 20 निवासी रशीदा प्रवीण की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। रशीदा ने आशा कार्यकर्ता के पद के लिए आवेदन किया था। चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब वह बीसीएम से मिलने गईं, तो आशुतोष कुमार ने उन्हें बताया कि उनका चयन सुनिश्चित करने के लिए उन्हें 40,000 रुपये देने होंगे, क्योंकि कई कर्मचारियों को हिस्सा देना पड़ता है।

सत्यापन के बाद प्राथमिकी दर्ज :
शिकायत के बाद, सतर्कता विभाग ने पूरे मामले की जाँच की। आरोप सही पाए जाने पर, निगरानी थाने में कांड संख्या 64/25 दर्ज किया गया। इसके बाद, डीएसपी श्याम कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। जिसके बाद निगरानी की टीम ने रशीदा प्रवीण की मदद से जाल बिछाया।


निगरानी की जाल में फँसा आरोपी :
फिर बीसीएम आशुतोष कुमार ने जैसे ही रशीदा से 40,000 रुपये की रिश्वत ली, टीम ने उसे मौके पर ही रंगे हाथ धर दबोचा। गवाहों और स्थानीय चिकित्सक सत्यम प्रकाश की मौजूदगी में आरोपी की तलाशी ली गई, जिसमें उसके पास से पूरी रकम बरामद हुई। इसके बाद उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।



