बिहार के दस शहर तेजी से गर्म टापू (हीट आईलैंड) में तब्दील हो गए हैं, जिससे वहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इन शहरों में पटना, गया, बक्सर, भागलपुर, पूर्णिया, औरंगाबाद, मोतिहारी, बांका, मुजफ्फरपुर और जमुई शामिल हैं। इनमें से अधिकांश शहर दक्षिण और पूर्वी बिहार के हैं।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इन शहरों में मई महीने में दस से 12 दिनों तक अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहा है। कुछ जगहों पर तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुंच गया। इस साल पहली बार बक्सर का तापमान गुरुवार को 47.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो एक नया रिकॉर्ड है।
मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि जब शहर के अंदर और शहर के बाहर के तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस का अंतर होता है, तो उस शहर को हीट आईलैंड कहा जाता है। बिहार के इन दस शहरों में यही स्थिति देखी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण और अन्य मानवीय गतिविधियों के कारण इन शहरों का तापमान तेजी से बढ़ रहा है।
इन शहरों में रहने वाले लोगों के लिए गर्मी असहनीय हो गई है। उन्हें न सिर्फ दिन में, बल्कि रात में भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति और भी कठिन हो गई है।
प्रशासन को चाहिए कि वे इन शहरों में बढ़ती गर्मी को कम करने के लिए ठोस कदम उठाएं, ताकि लोगों को इस परेशानी से राहत मिल सके। इसके अलावा, लोगों को भी चाहिए कि वे अपने पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा रखने में मदद करें, ताकि आने वाले समय में इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।