बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले चल रहे मतदाता सूची विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान (SIR) का आज अंतिम दिन है। इस मौके पर नाम जुड़वाने, हटवाने और सुधार कराने के लिए लोग बड़ी संख्या में आवेदन कर रहे हैं। इसके बाद प्राप्त दावे और आपत्तियों की जांच जिला स्तर पर गठित विशेष टीम द्वारा तय नियमों और साक्ष्यों के आधार पर की जाएगी।

दिलचस्प ट्रेंड: जनता जोड़ रही नाम, विपक्ष हटा रहा
इस बार के अभियान में रोचक रुझान देखने को मिला है। आम जनता और युवा मतदाता जहां बड़ी संख्या में वोटर लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराने के लिए आगे आए हैं, वहीं विपक्षी दलों के आवेदनों में नाम हटवाने की मांग ज्यादा है।

माले सबसे आगे, RJD ने दिए सिर्फ 10 आवेदन
निर्वाचन आयोग को अब तक 128 आवेदन राजनीतिक दलों की ओर से प्राप्त हुए हैं।

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भाकपा-माले ने सबसे ज्यादा 118 आवेदन दिए हैं, जिनमें से 103 नाम हटाने और 15 नाम जोड़ने से संबंधित हैं।
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राजद (RJD) ने सिर्फ 10 आवेदन दिए हैं और सभी नाम जोड़ने से जुड़े हैं।
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अन्य किसी राजनीतिक दल की ओर से कोई आवेदन नहीं मिला है।
2 लाख से अधिक लोगों ने हटवाए नाम
आयोग को आम मतदाताओं की ओर से भी बड़ी संख्या में आवेदन मिले हैं।
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33,326 आवेदन नाम जोड़ने के लिए
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2,07,565 आवेदन नाम हटाने के लिए
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15,32,428 नए मतदाता (18 वर्ष से ऊपर) ने फॉर्म-6 भरकर वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराया है।
30 सितंबर को जारी होगी अंतिम सूची
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अभियान को पारदर्शी, सहभागी और समयबद्ध तरीके से संचालित करें। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 30 सितंबर, 2025 को किया जाएगा। निर्वाचन संबंधी किसी भी जानकारी के लिए मतदाता हेल्पलाइन नंबर 1950 पर संपर्क कर सकते हैं।

