आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जिले में सुरक्षा एजेंसियां और स्थानीय पुलिस अलर्ट पर हैं। चुनावी माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए समस्तीपुर पुलिस ने ‘ऑपरेशन जखीरा’ अभियान चलाया है।

इस अभियान के तहत अवैध हथियारों की बरामदगी, वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी, वारंटियों पर कार्रवाई, गुंडा परेड और जेल से छूटे अपराधियों का सत्यापन जैसे सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि पिछले सात दिनों में जिलेभर से 211 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें हत्या, लूट, अपहरण और शराब कारोबार के आरोपी शामिल हैं।

सीसीए के तहत भी कई शातिर अपराधियों पर कार्रवाई हुई है। सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में चुनावी माहौल बिगड़ने न पाए।

वाहन जांच में ₹5 लाख जुर्माना
चुनाव को देखते हुए सड़कों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। 336 वाहनों की जांच के दौरान बिना नंबर प्लेट और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल गाड़ियों पर ₹5.03 लाख का जुर्माना वसूला गया है। संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च और क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) की तैनाती भी की गई है।

20 कंपनियां अर्द्धसैनिक बल की पहुंची
पहले चरण में 6 नवंबर को जिले की सभी 10 सीटों पर मतदान होना है। सुरक्षा को लेकर अब तक 20 कंपनियां अर्द्धसैनिक बल की पहुंच चुकी हैं और 20 अतिरिक्त कंपनियां शीघ्र पहुंचेंगी। ये बल सीमावर्ती इलाकों और मतदान केंद्रों पर तैनात रहेंगे।

जेल से छूटे अपराधियों पर कड़ी नजर
हर थाने में जेल से छूटे अपराधियों की सूची बनाकर उनका सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के लिए कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय है।
एसपी ने कहा कि जिले के हर थाना क्षेत्र में शांति समिति की बैठकें आयोजित की जा रही हैं और जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की जा रही है। उन्होंने नागरिकों से अफवाहों से दूर रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देने की अपील की।

“चुनाव पूरी तरह भयमुक्त और निष्पक्ष माहौल में संपन्न कराया जाएगा। किसी भी आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” — अरविंद प्रताप सिंह, एसपी समस्तीपुर।

