Bihar

Tej Pratap : तेज प्रताप यादव का बड़ा खुलासा ! बोले – ‘मैंने ही डाली थी अनुष्का के साथ फोटो, प्यार करना गुनाह नहीं’.

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By Samastipur Today Desk

 


 

Tej Pratap : तेज प्रताप यादव का बड़ा खुलासा ! बोले – ‘मैंने ही डाली थी अनुष्का के साथ फोटो, प्यार करना गुनाह नहीं’.

 

Tej Pratap Yadav : बिहार की राजनीति में हमेशा सुर्खियों में रहने वाले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पहली बार अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर खुलकर बात की है। उन्होंने स्वीकार किया है कि अनुष्का यादव के साथ वायरल हुई तस्वीर उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। तेज प्रताप ने साफ कहा कि प्यार करना कोई गुनाह नहीं है और वह इस रिश्ते को लेकर बिल्कुल संकोच में नहीं हैं।

 

तेज प्रताप ने कहा, “प्रेम तो सभी करते हैं, मैंने भी किया। इसमें छिपाने जैसा कुछ नहीं है। यह सच है कि फोटो मैंने ही पोस्ट की थी, और इसके बाद मुझे RJD से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया। लेकिन मुझे पार्टी से निकाला जा सकता है, जनता के दिल से नहीं।”

सियासत में फिर छाए तेज प्रताप :

24 मई को तेज प्रताप ने एक फोटो और रिकॉर्डेड वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने यह बताया कि वह और अनुष्का बीते 12 वर्षों से एक रिश्ते में हैं। इस पोस्ट के बाद बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया। पार्टी प्रमुख और उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से छह साल के लिए बाहर कर दिया।

हालांकि तेज प्रताप ने इसे लेकर कोई अफसोस नहीं जताया। उन्होंने कहा कि वह बीते घटनाक्रमों पर नहीं बल्कि आने वाले बिहार विधानसभा चुनावों पर फोकस कर रहे हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वह भविष्य में जनता से सीधे संवाद के लिए यात्रा पर निकल सकते हैं, हालांकि यात्रा का नाम या तारीख साझा नहीं की गई।

विरोधियों पर भी साधा निशाना :

हाल के दिनों में तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट के जरिए निजी जीवन के साथ-साथ राजनीतिक विरोधियों पर भी तंज कसा है। इससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है और विपक्षी दलों ने उन्हें घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा। मगर तेज प्रताप ने कहा कि वह इन बातों पर ध्यान नहीं देना चाहते और जनता के मुद्दों पर काम करना जारी रखेंगे।

जनता से जुड़ाव की कोशिश :

तेज प्रताप का कहना है कि वह अब जनता के बीच रहकर ज़मीनी मुद्दों पर काम करेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों को भरोसा दिलाया कि राजनीति उनके लिए एक सेवा का माध्यम है, न कि केवल सत्ता का खेल। उनका उद्देश्य लोगों के दिलों में जगह बनाना है, जो किसी पार्टी की सदस्यता से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।