मुजफ्फरपुर से बरौनी के बीच एनएच 127 (पुराना एनएच 28) पर जाम और सड़क हादसों की समस्या से निपटने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने चार बड़े स्थानों पर आरओबी और अंडरपास बनाने का फैसला लिया है। इस परियोजना को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और मार्च 2026 तक इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
निर्माण कार्य में अब तक की चुनौतियां
एनएच 127 पर ताजपुर, मुसरीघरारी, सातनपुर और दलसिंहसराय जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर भारी वाहनों के आवागमन और लगातार हादसों ने इन क्षेत्रों में यातायात को जटिल बना दिया है। चार साल पहले इन स्थानों पर आरओबी और अंडरपास बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। शुरुआती चरण में नाले के निर्माण के लिए गड्ढे खोद दिए गए थे, लेकिन अतिक्रमण की समस्या के कारण निर्माण कार्य अधूरा रह गया। इसके बाद निर्माण एजेंसी ने काम छोड़ दिया, जिससे गड्ढे बरसात के समय जलभराव का कारण बन गए और आसपास के दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
परियोजना की नई शुरुआत
अब एनएचएआई ने इस परियोजना के लिए न केवल नई निर्माण एजेंसी को काम सौंपा है, बल्कि सभी स्थानों पर आरओबी और अंडरपास बनाने के लिए धनराशि भी आवंटित कर दी है। कार्यपालक अभियंता ललित कुमार ने बताया कि ताजपुर में 1390 मीटर, मुसरीघरारी में 1340 मीटर, सातनपुर में 1600 मीटर, और दलसिंहसराय में 1200 मीटर लंबे आरओबी का निर्माण किया जाएगा। इन सभी परियोजनाओं पर कुल 105 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
आरओबी और अंडरपास से होगा फायदा
आरओबी और अंडरपास बनने से इन क्षेत्रों में जाम और सड़क हादसों की समस्या में कमी आएगी। ताजपुर और मुसरीघरारी जैसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक स्थानों में यातायात सुगम होगा। इसके साथ ही सातनपुर और दलसिंहसराय में भी लोगों को राहत मिलेगी।