समस्तीपुर जिले में विधानसभा चुनाव की अभी एक साल की दूरी है, लेकिन जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव आयोग की नई गाइडलाइन के तहत, 1400 की आबादी पर एक मतदान केंद्र बनाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके आधार पर समस्तीपुर के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 163 नए मतदान केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं। यदि चुनाव आयोग से इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो जिले में मतदान केंद्रों की कुल संख्या 3,220 हो जाएगी, जो पहले 3,056 थी।

प्रारंभिक मतदान केंद्र सूची का प्रकाशन भी किया गया है ताकि किसी प्रकार की आपत्ति हो तो लोग इसे दर्ज करवा सकें। जिला निर्वाचन पदाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि भौतिक सत्यापन के आधार पर नए मतदान केंद्रों का निर्धारण किया गया है। इसके अंतर्गत मतदाताओं की संख्या 1400 से अधिक, 2 किलोमीटर से अधिक दूरी, भवन की अनुपलब्धता और प्राकृतिक बाधाएं जैसे कारकों को ध्यान में रखते हुए नए केंद्र बनाए जाएंगे।

कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र में 29 नए मतदान केंद्रों का प्रस्ताव है, जिससे यहां की कुल संख्या 370 हो जाएगी। वारिसनगर विधानसभा में 22 नए केंद्र बनाए जाएंगे, जिससे संख्या 351 हो जाएगी। इसी तरह समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र में 14 नए मतदान केंद्र बनने से कुल 305 केंद्र होंगे।

उजियारपुर विधानसभा में 12 नए केंद्र बनाए जाने का प्रस्ताव है, जिससे मतदान केंद्रों की संख्या 325 हो जाएगी। मोरवा विधानसभा में 28 नए केंद्र जोड़े जाएंगे, जिससे यहां की संख्या 310 हो जाएगी।

सरायरंजन, मोहिउद्दीन नगर और विभूतिपुर में भी क्रमशः 13, 10 और 13 नए मतदान केंद्र प्रस्तावित हैं। रोसरा विधानसभा में 10 नए केंद्रों से संख्या बढ़कर 359 हो जाएगी, जबकि हसनपुर विधानसभा क्षेत्र में 12 नए मतदान केंद्रों का प्रस्ताव है, जिससे यहां कुल केंद्रों की संख्या 322 हो जाएगी।


जिले के 10 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने का मुख्य कारण बढ़ती आबादी और दूरस्थ क्षेत्रों में मतदान केंद्रों की कमी है। प्रशासन ने पुराने जर्जर भवनों में चल रहे 20 मतदान केंद्रों को नए स्थान पर स्थानांतरित करने और 2 किलोमीटर से अधिक दूरी के कारण 8 नए मतदान केंद्र बनाने का प्रस्ताव भी रखा है।

