बिहार की रसोई केवल भोजन नहीं, बल्कि परंपरा, स्वाद और संस्कृति की जीवंत झलक है। इन स्वादों को अगली पीढ़ी तक पहुँचाने के उद्देश्य से टेंडर हार्ट्स स्कूल, समस्तीपुर ने एक अनोखी पहल की है—एक विशेष पाक कला प्रतियोगिता, जिसमें भाग लेंगे बच्चे नहीं, बल्कि उनके माता-पिता। यह आयोजन एक ऐसा मंच प्रदान करेगा, जहाँ अभिभावक न केवल अपनी पाक कला का प्रदर्शन करेंगे, बल्कि बिहारी विरासत को भी जीवंत करेंगे।

26 अप्रैल 2025 को दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक टेंडर हार्ट्स स्कूल के परिसर में यह प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसका उद्देश्य पारंपरिक बिहारी व्यंजनों को पुनर्जीवित करना और उनकी विविधता को उजागर करना है। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए किसी भी माता-पिता को आमंत्रित किया गया है, जो पारंपरिक बिहारी पकवान बनाने में रुचि रखते हैं।

प्रतिभागियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने बनाए गए व्यंजन के साथ उसकी पूरी रेसिपी भी साथ लाएँ। आयोजकों का कहना है कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य “खास सामग्री और पारंपरिक विधियों के जरिये बिहारी स्वाद को पहचान दिलाना” है।


स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. मंजूषा सिन्हा ने बताया, “हम चाहते हैं कि बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता भी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ें और अपने पाक हुनर को साझा करें।”

कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा, साथ ही अभिभावक-शिक्षक बैठक भी आयोजित की जाएगी, जिससे पारस्परिक संवाद को बल मिलेगा। यह आयोजन न केवल एक प्रतियोगिता है, बल्कि एक पारिवारिक उत्सव भी है, जहाँ स्वाद, संस्कार और संवाद साथ चलेंगे।
