समस्तीपुर जिले के ताजपुर प्रखंड के फतेहपुर वाला वार्ड में जर्जर सड़क की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। नाराज लोगों ने “रोड नहीं तो वोट नहीं” के नारे लगाए और स्थानीय सांसद व विधायक का पुतला दहन कर अपना गुस्सा जताया।

1996 से अब तक नहीं हुई मरम्मत
ग्रामीणों ने बताया कि एनएच 28 से लेकर पूर्व सांसद अजीत मेहता के घर तक लगभग 600 मीटर लंबी सड़क का निर्माण वर्ष 1996 में हुआ था। उस समय इस सड़क से करीब 100 घरों के लगभग 1000 लोग लाभान्वित होते थे। लेकिन 29 साल बीत जाने के बाद भी इस सड़क की कभी मरम्मत नहीं हुई।

आज सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। बरसात के मौसम में कीचड़ और पानी भरने से लोगों का आना-जाना बेहद मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि इस रास्ते से बच्चों का स्कूल जाना, मरीजों को अस्पताल ले जाना और जरूरी कामों के लिए बाहर निकलना तक परेशानी भरा हो गया है।

“कई सांसद-विधायक बदले, पर सड़क नहीं बनी”
फतेहपुर वाला वार्ड नंबर 10 की उषा कुमारी, नीलम देवी, उर्मिला देवी, सामाजिक कार्यकर्ता मनोज राय, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, देव कुमार राय और शोभित राय समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा कि 1996 के बाद से अब तक कई सांसद और विधायक इस क्षेत्र से चुने गए, लेकिन किसी ने सड़क की सुध नहीं ली।

ग्रामीणों का कहना है कि हर चुनाव में वे उम्मीद से वोट देते रहे कि उनकी समस्या का समाधान होगा, लेकिन आज तक निराशा ही हाथ लगी। अब उन्होंने तय किया है कि जो जनप्रतिनिधि सड़क बनवाएगा, वही उनका वोट पाएगा।

महिलाओं-बच्चों तक ने किया विरोध में साथ
प्रदर्शन में गांव की महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी शामिल हुए। ग्रामीणों ने कहा कि अगर जल्द ही सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं होती है तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।

विभाग ने दिया आश्वासन
इस मामले में ग्रामीण कार्य विभाग के जूनियर इंजीनियर राहुल कुमार ने बताया कि अभी पटना ग्रामीण कार्य विभाग में इस सड़क के टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। टेंडर पूरा होते ही संवेदक का चयन कर निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।

