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Samstipur News : मोरवा में डीलर नियुक्ति में अनियमितता व धांधली का आरोप, पीड़िता ने मुख्यमंत्री से लगायी न्याय की गुहार.

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By Samastipur Today Desk


Samstipur News : मोरवा में डीलर नियुक्ति में अनियमितता व धांधली का आरोप, पीड़िता ने मुख्यमंत्री से लगायी न्याय की गुहार.

 

Samstipur News : मोरवा प्रखंड क्षेत्र के इंद्रवारा पंचायत में पीडीएस दुकान के लिए राशन डीलर के चयन प्रक्रिया से नाराज अभ्यर्थियों ने बहाली में अनियमितता व धांधली का आरोप लगाया है। राशन डीलर के चयन में अनियमितता का आरोप लगाते हुए एक अभ्यर्थी ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगायी है।उनका कहना है कि कुछ दिन पहले गांव में राशन डीलर के नियुक्ति के लिए सुचना जारी हुई थी, इस नियुक्ति में बीडीओ के द्वारा भारी भ्रष्टाचार किया गया है। इस मामले में उन्होंने डीलर का चयन निरस्त करते हुए दोबारा चुनाव करने की मांग की है।

 

इस संबंध में मोरवा प्रखंड के इंद्रावारा गांव निवासी पंचम कुमार राय की पत्नी प्रीति कुमारी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया है कि इंद्रवारा पंचायत में जन वितरण प्रणाली के दुकान के लिए डीलर के लिए आवेदन की थी। जिसके बाद उनका चयन भी हुआ था। लेकिन इसके बाद बीडीओ द्वारा उनसे एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की गयी और पैसे नहीं दिए जाने के कारण उसका चयन निरस्त कर उसके बाद दूसरे आवेदक को घूस लेकर दुकान आवंटित कर दिया गया।

पीड़िता के अनुसार मोरवा प्रखंड क्षेत्र के इंद्रवारा पंचायत में जन वितरण प्रणाली के दो नए दुकान ( 1. सामान्य कोटि 2. पिछड़ा वर्ग महिला) के लिए आवेदन मांगा गया था। जिसमें वह भी एक सीट के लिए आवेदन की थी और मेघा सूची में उनका नाम सामान्य कोटि में चौथा तथा पिछड़ा वर्ग महिला में दूसरे स्थान पर आया था। इसके बाद पिछड़ा वर्ग महिला में प्रथम वरीयता प्राप्त अभ्यर्थी निशु कुमारी का मूल कागजात जमा नहीं होने के कारण उनकी उम्मीदवारी समाप्त कर दी गई। तत्पश्चात दूसरे नंबर कि अभ्यर्थी होने के कारण उक्त पिछड़ा वर्ग महिला सीट की राशन की दुकान के लिए उनका चयन किया गया।

इस बीच 02 सितंबर 2024 को रमेश कुमार नामक एक व्यक्ति जो अपने को वर्तमान मोरवा बीडीओ का प्रतिनिधि बताते हुए सम्पर्क किया और दुकान आवंटन के एवज में एक लाख रुपए की मांग की और कहा पैसे नहीं देने पर चयन नहीं हो पाएगा। जब पीड़िता द्वारा पैसे देने में असमर्थता गयी जतायी तो, उसके खिलाफ गलत जांच रिपोर्ट लगाकर उसका चयन रद्द कर दिया गया और उससे नीचे के मेघा क्रमांक वाले अभ्यर्थी को रिश्वत लेकर उक्त राशन की दुकान को आवंटित कर दिया गया। इस संबंध में पीड़िता प्रीति कुमारी ने मुखयमंत्री से चयनित दुकान निरस्त कर नए सिरे से चयन कराने की मांग की है।

 

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