समस्तीपुर. सदर अस्पताल में मंगलवार की संध्या सदर एसडीओ मरीजों की शिकायत मिलने के बाद निरीक्षण करने पहुंचे. इसकी सूचना मिलते ही स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप गया. अफरा तफरी का माहौल हो गया, जो कर्मी जिधर थे सूचना मिलते ही अविलंब मौके पर पहुंचकर निरीक्षण के क्रम में चेहरा दिखाने का भरपूर प्रयास करने लगे. कहीं साहब की नजर किसी कर्मियों पर गलती से भी पड़ न जाए और डांट फटकार सुनना पड़े. इसको लेकर और स्वास्थ्य कर्मियो में चिंता और चर्चा का विषय बना रहा है. बता दें कि कुछ दिनों पूर्व मरीजों की शिकायत मिलने के बाद सांसद और विधायक ने पहुंच कर नाराजगी जतायी थी.
अविलंब स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार लाने और बेहतर व्यवस्था देने का भी निर्देश दिया था. इस क्रम में डीएम योगेंद्र सिंह के निर्देश पर लगातार सदर एसडीओ सदर अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे. हालांकि, चर्चा यह भी है कि निरीक्षण की जानकारी स्वास्थ्य कर्मियों को पूर्व से रहती है. इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीओ ने बताया कि सदर अस्पताल परिसर में लगने वाले जल जमाव और साफ सफाई को लेकर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर नागमणि राज को कई दिशा निर्देश जारी किया है. सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ दूर देहात से आम लोगों को मिले. सरकार की योजनाओं का लाभ मरीजों को नहीं मिलने की शिकायत पर स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि इमरजेंसी , ओपीडी प्रसव कक्ष, पीकू ,एसएनसीयू सहित अन्य सुविधाएं भी मरीज के लिए बेहतर हों, इससे पूर्व सदर अस्पताल के एक स्वास्थ्य कर्मी बिना सूचना के गायब रहने के कारण डीएस ने स्पष्टीकरण की बात कही थी. जिस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने को लेकर कर्मियों और वार्ड में भर्ती मरीजों परिजनों में चर्चा का विषय बना हुआ है. मरीजों व उनके परिजनों ने कहा कि इसकी शिकायत डीएम के अलावा स्वास्थ्य मंत्री और सांसद, विधायक से कार्यवाही करने की मांग करेंगे. कार्रवाई नहीं होने पर सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन चलाने की बात भी कही है. बताया जाता है कि इस बात को लेकर राजनीति पार्टियों में सियासत शुरू हो गई है.