Samastipur News : एआई इंजीनियर अतुल सुभाष को न्याय दिलाने की मांग को लेकर रविवार को पूसा बाजार बंद रहा। इससे बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। इस दौरान पूसा बाजार के व्यापारी और स्थानीय लोग एक जुट होकर अतुल के समर्थन में आवाज बुलंद करते नज़र आए। इससे पहले शनिवार की शाम आम लोगों की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर बाजार बंद रखा जाएगा। जिसके बाद रविवार को पूसा बाजार के अधिकतर दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। केवल दवा और आवश्यक सेवाओं की कुछ दुकानें खुली रहीं। इस कदम से स्थानीय व्यापारिक गतिविधियां ठप पड़ गईं और आम जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
महेश्वर हजारी ने अतुल के परिजनों से की मुलाकात :
बता दें कि शनिवार देर शाम राज्य के सूचना और जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने अतुल के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री और एडवोकेट जनरल से चर्चा कर इस मामले में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। रविवार को मोरवा विधायक रणविजय साहू ने भी पूसा बाजार पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
न्याय की प्रतीक्षा:
स्थानीय लोगों ने कहा कि अतुल सुभाष ने जिन परिस्थितियों में आत्महत्या की, वह कठोरतम कार्रवाई की मांग करती है। यह घटना समाज में उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ खड़े होने की आवश्यकता को दर्शाती है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि न्यायिक प्रक्रिया तेज होगी और ऐसी घटनाओं पर विराम लग सकेगा।
आरोपियों की गिरफ्तारी से मिली राहत :
हालांकि अतुल सुभाष के मामले में उनकी पत्नी, साले और सास की गिरफ्तारी की खबर ने स्थानीय लोगों को राहत दी। लोगों ने कहा कि यह कदम न्याय की दिशा में एक शुरुआत है, लेकिन आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग अभी भी बनी हुई है। साथ ही, अतुल के पुत्र व्योम को उनके दादा के पास सौंपने की मांग जोर पकड़ रही है, ताकि पीड़ित परिवार को मानसिक शांति मिल सके।
बेटे की मौत के शोक में मां हुई बीमार :
बेटे अतुल सुभाष की असामयिक मौत से पूरा परिवार सदमे में है। पवन मोदी ने बताया कि पत्नी अंजू देवी कई दिनों से कुछ नहीं खा रही है. इससे उनकी अन्य समस्याओं के साथ-साथ बीपी की समस्या भी बढ़ गई है। डॉक्टर लगातार हर दो घंटे में उनका चेकअप कर रहे हैं. वह ठीक से सो नहीं पा रही है. आज उसे सुलाने की दवा दी गयी है. ये सब कहते-कहते पवन मोदी खुद रोने लगे. उन्होंने कहा कि हम सभी अपने बेटे को लेकर बहुत चिंतित हैं, लेकिन हमें खुद पर नियंत्रण रखना होगा