समस्तीपुर शहर के वार्ड 34 में सफाई व्यवस्था को लेकर नागरिकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस वार्ड की पार्षद नीलम देवी ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर सफाई एजेंसी की लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की है। वार्ड के प्रमुख इलाकों में नालों की सफाई न होने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिससे गंभीर बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
वार्ड 34, जो कि समस्तीपुर का सबसे बड़ा और वीआईपी वार्ड माना जाता है, में सफाई एजेंसी की लापरवाही ने वार्ड के नागरिकों के लिए गंभीर समस्याएं खड़ी कर दी हैं। इस वार्ड में सदर अस्पताल सहित कई प्रमुख निजी अस्पताल और मेडिकल जांच केंद्र स्थित हैं। रोजाना हजारों मरीज इस क्षेत्र में आते हैं, जिससे बड़ी मात्रा में मेडिकल कचरा निकलता है। नियमित सफाई न होने से इन इलाकों में संक्रमण फैलने का जोखिम बना हुआ है।
वार्ड पार्षद नीलम देवी ने बताया कि वह पिछले दो महीने से एजेंसी को नालों की सफाई कराने का अनुरोध कर रही हैं, पर एजेंसी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है। नालों में गंदा पानी भरा होने के कारण कई घरों में पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे वार्ड में संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है। जनहित को देखते हुए, पार्षद ने नगर आयुक्त से सफाई एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि वार्ड के नालों की तत्काल सफाई कराई जाए ताकि स्थिति नियंत्रण में आ सके।
नीलम देवी के अनुसार, नालों में गंदगी की वजह से लोगों का रोजमर्रा का जीवन प्रभावित हो रहा है। नालों की सफाई न होने से गंदगी का पानी सड़कों पर बह रहा है, जिससे बदबू और मच्छरों की समस्या भी बढ़ रही है। कई निवासी पहले ही अपनी नाराजगी जता चुके हैं और जल्द ही समाधान न होने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।