समस्तीपुर में मानसून की पहली बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी है। बारिश ने जहां एक ओर गर्मी से राहत दी, वहीं दूसरी ओर जलजमाव से शहरवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शनिवार रात को लगभग दो घंटे और रविवार को दिन में रुक-रुक कर तीन घंटे की बारिश से समस्तीपुर के कई इलाके जलमग्न हो गए। काशीपुर, बारह पत्थर, गायत्री कंप्लेक्स, विवेक-विहार, आजादनगर, आदर्शनगर, सोनवर्षा, और वार्ड 19 समेत कई इलाकों की सड़कें और गलियाँ पानी से लबालब हो गईं। नाले और सड़कों में पानी भर जाने के कारण राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
नालों के टूटे स्लैब और जलजमाव ने राहगीरों और वाहन चालकों के लिए खतरा बढ़ा दिया है। कई लोगों के नाले में गिरकर घायल होने की खबरें भी मिली हैं। भाकपा माले के नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया है कि नाला उड़ाही और सफाई के नाम पर नगर निगम ने सिर्फ खानापूर्ति की है। उन्होंने नगर आयुक्त को पहले ही आवेदन देकर टूटे स्लैब बदलने और नालों की सफाई करने की मांग की थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा, “बरसात से पहले नाला उड़ाही के नाम पर राशि का बंदरबांट हुआ है। पहली ही बारिश में शहर में जलजमाव होना इस बात का प्रमाण है कि सही तरीके से नाला उड़ाही नहीं की गई है।” उन्होंने नगर निगम से जल्द से जल्द टूटे स्लैब बदलने और नालों की सफाई करने की मांग की है। अन्यथा, उन्होंने नगर निगम के खिलाफ आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है।