समस्तीपुर शहर में कई ऐसे स्कूल हैं जहां बिना इंस्ट्रक्टर और नाइट गार्ड के ही आईसीटी लैब चल रही है। शहर के आरएसबी इंटर कॉलेज के साथ-साथ कई अन्य स्कूल ऐसे हैं जहां आईसीटी लैब स्थापित करने के बाद भी इंस्ट्रक्टर, टीचर और नाइट गार्ड की अब तक व्यवस्था नहीं की गई है।
नियम के अनुसार, सारी सुविधाएं आईसीटी लैब स्थापित करने से पहले ही हो जानी चाहिए थीं। आईसीटी लैब स्थापित करने के साथ ही यह सभी सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी एजेंसी को ही दी गई थी, लेकिन वह न तो स्कूल के हेडमास्टर की बात सुन रही है और न ही स्थानीय शिक्षा अधिकारी की।
दरअसल, आरएसबी इंटर कॉलेज काशीपुर के प्रभारी हेडमास्टर अवधेश कुमार झा ने बताया कि स्कूल में एजेंसी के माध्यम से 20 कंप्यूटर के साथ आईसीटी लैब की स्थापना की गई थी। इस दौरान एजेंसी की तरफ से एक इंस्ट्रक्टर लैब के संचालन के लिए बहाल किया गया था, जो कुछ महीने की सेवा देने के बाद चला गया और फिर लौट कर नहीं आया।
लैब में अब कोई टीचर नहीं है और लैब की सुरक्षा के लिए नाइट गार्ड भी नहीं दिया गया है। स्कूल के परिचारी से आईसीटी लैब की सुरक्षा के लिए नाइट गार्ड के रूप में अतिरिक्त सेवा लेना पड़ रहा है, लेकिन परिचारी नाइट गार्ड का काम करने पर आपत्ति भी कर रहा है। इस तरह की लापरवाही के कारण इसका असर कंप्यूटर शिक्षा के साथ-साथ कंप्यूटर लैब से होने वाले कामों पर पड़ रहा है।
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