बिहार में यातायात नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों पर अब कड़ी नजर रखी जा रही है। परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त प्रयासों से नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिलों में कड़े निर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत हजारों वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित और रद्द किए गए हैं।

कितने लाइसेंस हुए निलंबित और रद्द?
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2024 से अब तक राज्य में 2428 चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं, जबकि 101 चालकों के लाइसेंस पूरी तरह रद्द कर दिए गए हैं। ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा लगातार जांच अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसमें 1592 चालकों के लाइसेंस निलंबन और 61 लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की गई थी।

समस्तीपुर में 22 लाइसेंस निलंबित
समस्तीपुर जिले में भी यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई देखने को मिली है। डीटीओ विवेक चंद्र पटेल के अनुसार, जिले में 22 वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित और 2 चालकों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। यह कार्रवाई ओवरस्पीडिंग, रेड लाइट जंप, लापरवाह ड्राइविंग, ओवरलोडिंग, बिना हेलमेट या सीट बेल्ट वाहन चलाने, और गलत दिशा में गाड़ी चलाने जैसी गंभीर लापरवाहियों पर की गई है।


कैसे पकड़े जा रहे हैं नियम तोड़ने वाले?
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान करने के लिए ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके जरिए गाड़ियों की नंबर प्लेट स्कैन कर नियम तोड़ने वालों को ट्रैक किया जा रहा है। इसके अलावा, पुलिस और परिवहन विभाग मिलकर सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं और यातायात जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं।

यातायात नियमों की अनदेखी से बढ़ रही दुर्घटनाएं
यातायात नियमों का पालन न करने से सड़क दुर्घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लोग हेलमेट, सीट बेल्ट और गति सीमा का पालन करें तो सड़क हादसों में कमी लाई जा सकती है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ दंड देना नहीं, बल्कि लोगों को नियमों के प्रति जागरूक करना और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना है। लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों और कड़ी कार्रवाई से उम्मीद है कि लोग नियमों का पालन करेंगे और सड़क हादसों में कमी आएगी।