समस्तीपुर में वर्षो तक पूर्व नगर परिषद से, फिर नगर निगम से और वर्तमान में नगर निगम से अधिकृत एक संवेदक से संचालित कर्पूरी बस पड़ाव की हालत अभी तक सुधरी नहीं है। शुरू से यह कई तरह की समस्याओं से जूझता रहा है।
सबसे बड़ी समस्या यहां बिजली रही है, जिस पर नगर प्रशासन ने कभी ध्यान ही नहीं दिया। जबकि यह बुनियादी समस्या है, और बस यात्रियों से जुड़ी है। सब दिन केवल अपना राजस्व उगाही तक ही मतलब रखा नगर प्रशासन ने। परिणास्वरूप, शाम होते ही यह बस स्टैंड अंधेरे में डूब जाता है।
देर शाम अंधेरे में पियक्कड़ों, गजेरियों व बदमाशों का मजमा लगना शुरू हो जाता है। इस परिसर में पश्चिम की ओर से पियक्कड़ व बदमाश अंधेरे का लाभ उठाते हैं। देर शाम बस स्टैंड पहुंचते वाले दूर दराज से आने वाले यात्रियों से ये लोग डरा धमका कर छिनतई करते हैं। बस स्टैंड परिसर में बने हुए यात्री शेडों पर भी ऐसे लोगों का जमावड़ा रहता है। इसकी वजह से यात्री इन शेडों में रुकने से कतराते हैं। बस स्टैंड के यात्री वाहनों के कर्मचारियों ने बताया कि यहां बिजली नहीं रहने से शाम होते ही पूरे परिसर में अंधेरा हो जाता हैं।
उनलोगों को व यात्रियों को चढ़ने उतरने व रुकने में दिक्कत होती है। बस स्टैंड के इर्द गिर्द जलती अन्य जगहों की बिजली कंपनी की लगी लाइट से यहां काम चलता है। पूर्व से ओवरब्रिज पर लाइट लगी हैं।
पश्चिम से सुलभ शौचालय में लाइट लगी हैं। उन्हीं से थोड़ा प्रकाश मिलता है। इसके अलावा बस स्टैंड के अंदर फुटपाती दुकानदार भी अपने स्तर से भाड़े पर लाइट ले रखे हैं। उनसे भी काम चलता है।
जब अचानक आसपास की बिजली गुल हो जाती है तब तो यहां कोई किसी को देख भी नहीं पाता। बहुत परेशानी होती है। नगर निगम के नगर आयुक्त केडी प्रोज्जवल ने बताया कि कर्पूरी बस पड़ाव में बिजली समेत जो भी समस्याएं हैं, उनका जल्द ही समाधान करने का निर्णय ले लिया गया है। जल्द ही समस्याओं का निदान दिखेगा।