समस्तीपुर सदर अस्पताल को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने के लिए जिला प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। डीएम रोशन कुशवाहा के हालिया निरीक्षण में अस्पताल की खामियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसके तहत नया प्रवेश द्वार बनाने से लेकर भवन निर्माण में सुधार तक कई फैसले लिए गए हैं।
अस्पताल में नया प्रवेश द्वार और पार्किंग की व्यवस्था
सदर अस्पताल में अब सर्किट हाउस के सामने से एक और प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। डीएम ने निरीक्षण के दौरान पाया कि अस्पताल में केवल एक गेट होने से मरीजों और वाहनों को काफी परेशानी होती है। उन्होंने इस समस्या को देखते हुए नया गेट बनाने और पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर में खामियों पर सख्त कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान डीएम ने चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर के निर्माण में कई खामियां देखीं। उन्होंने भवन में पानी के रिसाव और निर्माण की गुणवत्ता पर गहरी नाराजगी जताई। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग और निर्माण एजेंसी को 15 दिनों के अंदर सभी खामियां दूर करने का सख्त निर्देश दिया।
मुख्य द्वार के रैंप की लंबाई पर सवाल
निरीक्षण में यह भी पाया गया कि चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर के मुख्य द्वार पर बना रैंप मानकों के अनुरूप नहीं है। रैंप की लंबाई केवल 10 फीट थी, जबकि इसे कम से कम 25 फीट होना चाहिए। डीएम ने इसे जल्द से जल्द ठीक करने का आदेश दिया।
डॉक्टरों के आवास और अन्य सुविधाओं का भी निरीक्षण
अस्पताल परिसर में डॉक्टरों के आवास की कमी को देखते हुए डीएम ने इसके लिए उचित स्थान का चयन करने और जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की बात कही। उन्होंने ओपीडी सेवाओं का भी निरीक्षण किया और एंबुलेंस संचालन की स्थिति पर हॉस्पिटल मैनेजर से बातचीत की।