समस्तीपुर के स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। सदर अस्पताल परिसर में 33 करोड़ की लागत से बने 100 बेड वाले चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। हालांकि, मॉडल अस्पताल के निर्माण में देरी से लोगों में सवाल उठ रहे हैं कि इन सुविधाओं का लाभ उन्हें कब तक मिलेगा।
सदर अस्पताल परिसर में 100 बेड वाले चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इस केंद्र के शुरू होने के बाद माताओं और बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पटना या दरभंगा के बड़े अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ेगा। सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी के अनुसार, भवन तैयार हो चुका है और उपकरण स्थापित किए जा रहे हैं। निर्माण एजेंसी इसे जनवरी 2025 तक विभाग को सौंपने की तैयारी कर रही है।
इस नए केंद्र में स्पेशल चाइल्ड केयर यूनिट, पिकू वार्ड और आईसीयू जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, पैथोलॉजी जांच और अन्य सेवाओं को भी इसी भवन में स्थानांतरित किया जाएगा। इससे गंभीर रूप से बीमार माताओं और बच्चों को समय पर उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। दूसरी ओर, 40 करोड़ की लागत से प्रस्तावित मॉडल अस्पताल के निर्माण कार्य की गति धीमी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 2020 में इस परियोजना की आधारशिला रखी गई थी, और इसे एक साल में पूरा किया जाना था। लेकिन अब तक केवल बेसमेंट का निर्माण हो सका है। अधिकारियों का कहना है कि इसे पूरा होने में अभी दो से तीन साल और लग सकते हैं।
इस मॉडल अस्पताल में 500 बेड के साथ अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे लेबर रूम, ओटी, पेइंग वार्ड, लिफ्ट, रैंप और 20 बेड का आईसीयू उपलब्ध होगा। सिविल सर्जन ने कहा कि निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है, और जल्द ही मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
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