
वित्तीय वर्ष 2024-25 में डाक योजनाओं में दिए गए लक्ष्य को पूरा करने में ढिलाई बरतने वाले डाक कर्मियों पर कार्रवाई करने संबधी आदेश जारी कर कई डाककर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के बाद से डाककर्मियों में खलबली मची हुई है।

बचाव में उनका संघ नेशनल एसोसिएशन ऑफ पोस्टल एम्प्लाइज – ग्रुप सी ने डाक अधीक्षक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संघ के सर्किल सेक्रेटरी प्रेरित कुमार ने डाक अधीक्षक के उक्त आदेश को अनियमित करार देते हुए चीफ पीएमजी पटना से शिकायत करते हुए उनके आदेश की समीक्षा कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

सर्किल सेक्रेटरी का कहना है कि वे जल्द ही चीफ पीएमजी से मिलने वाले हैं। वे उनकी शिकायत पत्र पर कार्रवाई नहीं करते तो डाक निदेशालय नई दिल्ली तक जाएंगे। चीफ पीएमजी, बिहार से की गई थी कि डाक अधीक्षक ने विभागीय नियम से दूर जाकर लक्ष्य को पूरा करने के लिए पक्षपातपूर्ण तरीके से कर्मियों पर दबाव व भय दिखा कर गलत आदेश निर्गत कर अपने पद का दुरुपयोग किया है।

आदेश के जरिए कर्मियों को लक्ष्य पूरा नहीं करने पर विभागीय सुविधाओं जैसे बच्चों की शिक्षा भत्ता, छुट्टी, यात्रा भत्ता, मेडिकल भत्ता, अवकाश आदि लटकाने व रोक देने की चेतावनी दी थी। सर्किल सेक्रेटरी चीफ पीएमजी से डाक अधीक्षक के उक्त आदेश की अपने स्तर से समीक्षा कर कार्रवाई करने का अनुरोध चीफ पीएमजी, बिहार से की है।

इस क्रम में उन्होंने बताया कि डाक अधीक्षक ने लक्ष्य को पूरा नहीं करने व उसमें पिछड़ने वाले कई कर्मियों पर पक्षपाती व मनमाने तरीके से कार्रवाई कर उन्हें प्रताड़ित व काफी परेशान किया है। इसकी उच्च स्तरीय जांच करने पर सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।
मैंने विभागीय नियम को दरकिनार कर कोई गलत आदेश नहीं निकाला है। आदेश के पीछे मेरी कोई पक्षपाती या मनमानी दृष्टिकोण नहीं था। विभागीय लक्ष्य को पूरा नहीं करने वाले कर्मियों को केवल डांट फटकार की गई थी। जिसे संघ वाले ने अपनी राजनीति करने का आधार बनाया है। गलत आरोप संघ वाले ने लगाया है। – दिनेश साह, डाक अधीक्षक, समस्तीपुर
इनपुट : www.livehindustan.com

