भारतीय रेलवे ने सहरसा-अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस के कोचों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे यात्रियों की यात्रा को और भी आरामदायक बनाया गया है। अब इस ट्रेन में पुराने ग्रीन बोगी की जगह आधुनिक एलएचबी कोच लगाए गए हैं, जिससे न केवल ट्रेन की सुरक्षा बढ़ी है बल्कि यात्री सुविधा में भी सुधार हुआ है।
सहरसा से अमृतसर के बीच चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस की पहचान बदल गई है। आज से इस ट्रेन में ग्रीन बोगी की जगह एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच लगाए गए हैं, जो न केवल अधिक सुरक्षित हैं बल्कि यात्रियों के लिए अधिक आरामदायक भी हैं। एलएचबी कोचों के साथ, अब यात्रियों को पेनफुल साइड मिडिल बर्थ (एसएमबी) से निजात मिलेगी, जिससे यात्रा अनुभव पहले से कहीं बेहतर हो जाएगा।
रेलवे द्वारा किए गए इस परिवर्तन के तहत अब गरीब रथ एक्सप्रेस में 13 थर्ड एसी, 4 चेयर कार और 2 जनरेटर वैन होंगे। साथ ही, कोचों की संख्या 13 से बढ़ाकर 17 कर दी गई है, जिससे ट्रेन में बर्थ की संख्या भी 72 से बढ़ाकर 80 हो गई है। यह बदलाव न केवल यात्रियों को अधिक बर्थ प्रदान करेगा बल्कि ट्रेन की परिचालन क्षमता को भी बढ़ाएगा।
गरीब रथ एक्सप्रेस 2005 से शुरू हुई थी, और तब से यह ट्रेन सस्ते किराये पर एसी यात्रा का विकल्प प्रदान कर रही है। हालांकि, एसएमबी की असुविधा के कारण यात्रियों के बीच असंतुष्टि बनी रहती थी। अब, इस बदलाव के बाद, यात्री सामान्य थर्ड एसी कोच की तरह आरामदायक यात्रा का आनंद ले सकेंगे।