समस्तीपुर में लोको पायलटों ने मंगलवार को डीआरएम कार्यालय पर जोरदार धरना दिया। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले, लोको पायलट अपनी 7 सूत्री मांगों के समर्थन में एकत्र हुए। इन मांगों में पुरानी पेंशन नीति की बहाली और अन्य सुविधाओं की मांग प्रमुख थी।
धरने की अगुवाई मंडल मंत्री दयाशंकर राय ने की। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोको रनिंग स्टाफ देशभर में अपनी मांगों को लेकर एक साथ खड़ा है। कर्मचारियों का मुख्य जोर पुरानी पेंशन नीति को फिर से लागू करने पर था, जो लंबे समय से विवाद का विषय बना हुआ है। कर्मचारियों का मानना है कि नई पेंशन योजना (NPS) उनकी भविष्य की सुरक्षा को खतरे में डालती है, और उन्हें पुरानी पेंशन योजना की बहाली चाहिए।
वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि न केवल पेंशन, बल्कि सुरक्षित रेल संचालन के लिए अन्य आवश्यक मांगें भी उठाई गई हैं। इनमें रनिंग स्टाफ के लिए 25% रनिंग भत्ते में वृद्धि, और 36 घंटों के अंदर मुख्यालय वापसी सुनिश्चित करना शामिल है। साथ ही, लोको सीएबी में अनावश्यक उपकरणों को हटाने और एसी शौचालय, टूल बॉक्स जैसी सुविधाओं की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
लोको पायलटों ने यह भी मांग की कि रात्रि ड्यूटी को दो रातों तक सीमित किया जाए ताकि कर्मचारियों की सेहत और कामकाज की गुणवत्ता बेहतर हो सके। इन मांगों को लेकर रेलवे कर्मचारियों में काफी रोष है, और वे केंद्र सरकार से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।