Atul Subhash Case : समस्तीपुर के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या का मामला बड़ा मुद्दा बन गया है। पूरे देश में इसकी चर्चा हो रही है। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अतुल सुभाष के लिए न्याय की मांग को लेकर हर जगह आवाज उठ रही है। लोग सड़कों पर उतरकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। इस बीच, समस्तीपुर में अतुल के घर लोगों का आना-जाना लगा हुआ है।हर दिन सामाजिक कार्यकर्त्ता और नेता उनके परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में दिल्ली के पुरुष आयोग की अध्यक्ष बरखा त्रेहान पीड़ित परिवार से मिलने पूसा स्थित उनके आवास पर पहुंचीं।

बरखा त्रेहान ने अतुल सुभाष के परिवार से मुलाकात की:
बरखा त्रेहान ने मृतक इंजीनियर के माता-पिता और छोटे भाई से घटना की पूरी जानकारी ली। बरखा त्रेहान ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर लिखा, “आज मैं बिहार के समस्तीपुर में अतुल सुभाष के घर आई हूं। उनके माता-पिता, भाई विकास, मौसी, मामा और मामी से मिली। परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। वे अपने जवान बेटे की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।”

अब हमें इस कड़वी सच्चाई का सामना करना होगा कि हमारे प्रिय अतुल सुभाष के असमय निधन ने हमारे परिवार को अपार दुख और पीड़ा में डुबो दिया है। यह केवल एक व्यक्तिगत क्षति नहीं है, बल्कि न्याय की उस लड़ाई की शुरुआत भी है, जिसे लड़ने के लिए हमें अब भी अनगिनत संघर्षों से गुजरना होगा। इस… pic.twitter.com/Ax8K4hdeXm
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— Barkha Trehan 🇮🇳 / बरखा त्रेहन (@barkhatrehan16) December 18, 2024
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”माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। अतुल की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। अपने लाडले और होनहार बेटे अतुल की मौत से पूरा परिवार गहरे दुख में है। अतुल को न्याय दिलाने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा।” – बरखा त्रेहन, अध्यक्ष, पुरुष आयोग, दिल्ली.
‘न्याय के लिए संघर्ष जारी रहेगा’:
अतुल सुभाष के बेटे का भविष्य क्या होगा, इसे लेकर परिवार काफी चिंतित है। हम सभी चाहते हैं कि अतुल सुभाष को जल्द से जल्द न्याय मिले, उसके हत्यारों को फांसी की सजा मिले। अतुल के बेटे को जल्द ही उसके दादा-दादी को सौंप दिया जाए। हम अतुल सुभाष को वापस नहीं ला सकते। जब तक अतुल को न्याय नहीं मिल जाता, न्याय के लिए संघर्ष जारी रहेगा। आपका साथ चाहिए।

‘अनगिनत संघर्षों से गुजरना पड़ेगा’:
अतुल सुभाष के भाई विकास मोदी कहते हैं कि अब हमें इस कड़वी सच्चाई का सामना करना है कि हमारे लाडले अतुल सुभाष की असामयिक मौत ने हमारे परिवार को अपार दुख और पीड़ा में डाल दिया है। यह सिर्फ एक व्यक्तिगत क्षति नहीं है, बल्कि न्याय की लड़ाई की शुरुआत भी है, जिसे हम लड़ेंगे अभी भी अनगिनत संघर्षों से गुजरना है। इस मुश्किल घड़ी में हमें आपके समर्थन और सहयोग की जरूरत है।

