आखिल भारतीय पुनर्जागरण मंच द्वारा संचालित एवं प्रतिबंधित ग्रामीण रक्तदान संघ के द्वारा आयोजन स्वैच्छिक रक्तदान शिविर समस्तीपुर जिले के धुर्लख स्थिति ए के पैलेस में किया गया। संयोजक सुमित आनंद, कृष्ण लाल के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके स्वैच्छिक रक्तदान शिविर की शुरुआत की गई।

जिसमें युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया
जिसमें कुल 25 यूनिट ब्लड एकत्रित किया गया। एकत्रित किया गया ब्लड समस्तीपुर रेड क्रॉस में जमा किया गया। वहीं संयोजक सुमित आनंद के द्वारा कहा गया कि ब्लड डोनेट करने से हमारे शरीर में कोई नुकसान नहीं है । हार्ट हेल्थ सुधरती है: रक्तदान से आयरन का संतुलन बना रहता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा घटता है।

नया रक्त निर्माण: शरीर नए रक्त सेल्स बनाता है जिससे मेटाबॉलिज्म सुधरता है।
कैलोरी बर्न होती है: एक बार रक्तदान करने से लगभग 650 कैलोरी तक बर्न होती हैं।
मुफ्त हेल्थ चेकअप: रक्तदान से पहले स्वास्थ्य की जांच होती है जिससे कई बीमारियों का पता चल सकता है।

ग्रामीण रक्तदान संघ के अध्यक्ष राजकुमार के द्वारा बताया गया कि आज के आधुनिक दौर में टेक्नोलॉजी और मेडिकल साइंस ने चाहे कितनी भी तरक्की कर ली हो, लेकिन आज भी ब्लड यानी खून किसी फैक्ट्री में नहीं बनता। इसे बनाने वाली सुपर टेक्नोलॉजी आज भी हमारे शरीर में ही मौजूद है। ब्लड डोनेशन ही एकमात्र रास्ता है, जिससे किसी जरूरतमंद व्यक्ति को खून मिल सकता है।


वहीं ग्रामीण रक्तदान संघ के सदस्य अंशु कुमार, नितिन कुमार, कुणाल कुमार ,विशाल कुमार, विपिन कुमार उपस्थित थे। समस्तीपुर रेड क्रॉस के टेक्नीशियन प्रकाश कुमार उपस्थित थे।


