समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के मानदा गांव में एक स्कूल में पढ़ रहे छात्र की पोखर में डूबने से मौत के बाद बवाल मच गया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि इस घटना में स्कूल की शिक्षिका की भूमिका संदिग्ध है और उनकी लापरवाही के कारण ही यह दुखद घटना हुई। इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, और उन्होंने स्कूल में जमकर हंगामा किया।
घटना के अनुसार, मंगलवार को कक्षा आठवीं का छात्र रामदेव साह, जो कि कैंसर से पीड़ित था, स्कूल से अचानक लापता हो गया था। दोपहर को परिवार को सूचना मिली कि रामदेव का शव पास के पोखर में पाया गया है। इससे दुखी और क्रोधित होकर मृतक के परिजन गुरुवार को स्कूल पहुंचे और शिक्षिका नीलम देवी पर हत्या का आरोप लगाया। मृतक की मां, सुनीता देवी का आरोप है कि अगर रामदेव स्कूल से भाग गया था, तो इसकी सूचना स्कूल प्रशासन ने तुरंत परिवार को क्यों नहीं दी। उनका कहना है कि यह घटना किसी साजिश का नतीजा हो सकती है और उनके बेटे की जान जानबूझकर ली गई है।
शिक्षिका नीलम देवी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह दुर्घटना उनके नियंत्रण से बाहर थी। उन्होंने बताया कि वह लंच के समय स्कूल गेट पर ही थीं और उसी दौरान रामदेव बाहर चला गया। उन्हें भी ग्रामीणों के जरिए ही पता चला कि रामदेव का बैग और कपड़े पोखर के पास मिले हैं। नीलम देवी का दावा है कि उनका छात्र से लगाव था और उनका खुद का भी एक बच्चा डूबने से अपनी जान गंवा चुका है, इसलिए वह रामदेव की मौत को लेकर दुखी हैं।
घटना की सूचना पर विभूतिपुर पुलिस थाने के थानाध्यक्ष आनंद कश्यप ने मौके पर पहुंच कर आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि परिजनों से लिखित शिकायत ली जाएगी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कोई ठोस कदम उठाया जाएगा। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और सभी संबंधित पहलुओं पर गौर किया जा रहा है।