समस्तीपुर ज़िले के पटोरी थाना क्षेत्र में एक दारोगा की शर्मनाक हरकत ने कानून और प्रशासन की साख पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। युवती के साथ अश्लील हरकत के आरोप में दारोगा मो. बलाल खान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

मामले की शुरुआत: महिला आरोपी से किराए के मकान पर पूछताछ का बहाना
यह मामला तब उजागर हुआ जब पीड़िता ने दारोगा की हरकत का वीडियो बनाकर इसे स्थानीय प्रशासन को सौंपा। दारोगा ने एक केस के अनुसंधान के बहाने पीड़िता को किराए के मकान में बुलाया और वहां अश्लील हरकत की। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने युवती से संपर्क कर वीडियो की सत्यता की जांच शुरू की।

प्रशासन की कार्रवाई: निलंबन और प्राथमिकी दर्ज
घटना का वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। पीड़िता के लिखित बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके साथ ही, समस्तीपुर के एसपी अशोक मिश्रा ने अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए दारोगा को निलंबित कर दिया।

जनता की प्रतिक्रिया: महिला सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद स्थानीय जनता में गुस्सा और आक्रोश है। लोगों का कहना है कि महिला आरोपी से पूछताछ के लिए महिला पुलिस की उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए थी। दारोगा द्वारा महिला को किराए के मकान में बुलाना स्वयं संदेह के घेरे में आता है।

आरोपी फरार, पुलिस की छापेमारी जारी
प्राथमिकी दर्ज होने और निलंबन के बाद से आरोपी दारोगा फरार है। डीएसपी बीके मेधावी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।


न्याय और पारदर्शिता की उम्मीद
यह घटना न केवल एक दारोगा की व्यक्तिगत गलती है, बल्कि यह महिला सुरक्षा और पुलिस प्रशासन में सुधार की आवश्यकता को भी उजागर करती है। क्या प्रशासन इस घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा? क्या दोषी को सख्त सजा मिल पाएगी? यह देखना महत्वपूर्ण होगा।

