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Samastipur Road Accident : समस्तीपुर में सड़क हादसे में युवक की दर्दनाक मौत, तीन मासूम बच्चों से छिन गया पिता का साया.

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By Samastipur Today Desk

 


 

Samastipur Road Accident : समस्तीपुर में सड़क हादसे में युवक की दर्दनाक मौत, तीन मासूम बच्चों से छिन गया पिता का साया.

 

समस्तीपुर ज़िले के घटहो थाना क्षेत्र में शुक्रवार को हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने एक परिवार को हमेशा के लिए बिखेर दिया। इस हादसे में 26 वर्षीय युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जिससे पत्नी और तीन मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। मृतक की पहचान वैशाली ज़िले के महनार थाना अंतर्गत वासुदेवपुर चंदेल गांव निवासी कारी महतो के पुत्र शिवजी महतो के रूप में की गई है।

 

कैसे हुआ हादसा

मिली जानकारी के अनुसार, शिवजी महतो इन दिनों अपने ससुराल उजियारपुर थाना क्षेत्र के बेलमेघ गांव में ठहरे हुए थे। शुक्रवार की सुबह वे अपने भाई को छोड़ने के लिए पटोरी रेलवे स्टेशन जा रहे थे। यात्रा के दौरान जैसे ही वे घटहो थाना क्षेत्र के बाला पाकर के पास पहुंचे, उनकी बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई। बाइक सीधे सड़क किनारे स्थित एक पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए और शिवजी गंभीर रूप से घायल हो गए।

अस्पताल लाने के दौरान मौत

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने गंभीर हालत में पड़े शिवजी को उठाकर नज़दीकी अस्पताल ले जाने की कोशिश की। उन्हें पहले प्राथमिक उपचार के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां हालत नाज़ुक देखकर डॉक्टरों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। परंतु, सदर अस्पताल पहुँचने से पहले ही रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

शिवजी महतो की मौत की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांव वासुदेवपुर चंदेल और ससुराल बेलमेघ पहुँची, वहां मातम का माहौल पसर गया। मृतक की पत्नी बेसुध हो गई, जबकि उनके तीन मासूम बच्चे लगातार पिता को पुकारते रहे। परिजनों का कहना है कि शिवजी बेहद मेहनती और परिवार के लिए समर्पित व्यक्ति थे। उनकी मौत से न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर है।

हादसों के बढ़ते मामले और लापरवाही

समस्तीपुर और आसपास के क्षेत्रों में सड़क हादसों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, तेज रफ़्तार, सड़क की खराब स्थिति, ओवरलोडिंग और वाहन चालकों की लापरवाही इन दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं। बाला पाकर से गुजरने वाली यह सड़क भी लंबे समय से बदहाल है। सड़क किनारे पेड़ों की निकटता और रेखांकन की कमी के कारण वाहन चालक अक्सर अनियंत्रित हो जाते हैं।

प्रशासन से उठी मदद की मांग

ग्रामीणों ने प्रशासन से मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। उनका कहना है कि तीन छोटे बच्चों की परवरिश अब एक बड़ी चुनौती होगी। साथ ही, हादसे के स्थल पर सुरक्षा उपाय बढ़ाने की अपील की गई है।

पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा, जिसके बाद पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मृतक को अंतिम विदाई देने के लिए मौजूद रहेंगे।