Samastipur News : समस्तीपुर जिले में होमगार्ड के 731 रिक्त पदों पर बहाली प्रक्रिया में गड़बड़ी सामने आने पर डीएम द्वारा गठित जांच कमेटी ने अपनी जांच तेज कर दी है। इसको लेकर मंगलवार को पुलिस लाइन स्थित शारीरिक दक्षता परीक्षा स्थल पर सीसीटीवी कैमरे व हैंड कैमरों के फुटेज की जांच जिला प्रशासन के टेक्निकल टीम के द्वारा की गई।

सूत्रों के अनुसार जांच कमेटी ने पाया है कि शारीरिक दक्षता सक्षमता जांच परीक्षा वाले संवेदनशील जगह और काउंटरों पर कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली के साथ एक संदिग्ध व्यक्ति देखा गया है। इस दौरान जिला कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली कई काउंटरों पर प्रतिनियुक्त नोडल अधिकारी, शिक्षक और कार्यरत एजेंसी के कर्मियों पर अभ्यर्थी विशेष के पक्ष में दबाव डालकर अंक बढ़वाते दिख रहे हैं।

जानकारी के अनुसार जांच कमेटी ने वीडियो फुटेज से कई संदिग्ध व्यक्तियों को चिह्नित किया है, जिससे पुलिस पूछताछ भी कर सकती है। तीन सदस्यीय जांच कमेटी के सदस्य सदर एसडीपीओ-1 संजय पांडेय द्वारा उक्त सभी संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उसे बुलाकर पूछताछ की सकती है। गड़बड़ी में मामला संलिप्त होने और बिना अधिकार अंदर प्रवेश करने पर पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज कर सकती है।

इधर, होमगार्ड के कमांडेंट मो. ऐहतशाम अली को डीएम द्वारा पूरी चयन प्रक्रिया से ही बाहर किये जाने के बाद जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि कमांडेंट पर लगे गंभीर आरोपों की जांच जरूरी है, ताकि गृहरक्षकों के स्वच्छ नामांकन के लिए शारीरिक दक्षता सक्षमता परीक्षा की गोपनीयता, स्वच्छता बनी रहे। आगे जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

स्टांप पर बॉन्ड बनाकर लिये गए रुपये :


सूत्रों के अनुसार ट्रेनिंग कैंप के कुछ ट्रेनरों के द्वारा अभ्यर्थियों से पहले 3 लाख रुपए लिए गए हैं। वहीं बाकी रकम पास होने के बाद देना था। जिसके लिए गारंटी के तौर पर अभ्यर्थियों से स्टांप पर बॉन्ड बनवाया गया है। जिसमें अभ्यर्थियों के द्वारा बॉन्ड पेपर पर कर्ज के रूप में पैसे देने की बात की गई है। वहीं जाँच शुरू होने बाद ट्रेनिंग कैंप के ट्रेनर गायब बताये जा रहे हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

