अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों बीएसएफ और सीआईएसएफ में होने वाली भर्तियों में 10 फीसदी का आरक्षण दिया जाएगा। बुधवार को गृह मंत्रालय ने यह बड़ा फैसला लिया है। बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि अग्निवीर 4 साल मशक्कत करके तैयार होते हैं। इन्हें लेना ऐसे ही है कि जैसे हमें तैयार सैनिक मिल रहे हों। अग्निवीर योजना का सभी बलों को लाभ मिलेगा। थोड़ी सी ट्रेनिंग के बाद ही इन्हें मोर्चे पर तैनात किया जा सकेगा। बीएसएफ ने कहा कि अग्निवीरों के लिए हम 10 फीसदी आरक्षण देंगे और उन्हें आयु सीमा में भी रियायत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हम तो अग्निवीरों का इंतजार कर रहे हैं।
अग्निवीरों के पहले बैच को 5 साल की छूट आयु सीमा में मिलेगा। इसके बाद वाले बैचों को 3 साल की रियायत दी जाएगी। बीएसएफ की तरह ही सीआईएसएफ पूर्व-अग्निवीरों को बल में नियुक्त करने के लिए तैयार है। अर्धसैनिक बल के महानिदेशक ने कहा कि इन्हें कॉंस्टेबल पद पर नियुक्ति में 10% आरक्षण और आयु व शारीरिक दक्षता परीक्षा में रियायत मिलेगी। होम मिनिस्ट्री की ओर से यह फैसला ऐसे समय में हुआ है, जब विपक्ष की ओर से लगातार अग्निवीर भर्ती योजना को वापस लेने की मांग उठ रही है।
यही नहीं राहुल गांधी और अखिलेश यादव जैसे नेता तो यह वादे भी करते रहे हैं कि हम सत्ता में आने पर इस योजना को वापस ले लेंगे। ऐसे में सरकार ने योजना के खिलाफ गुस्से को कम करने के लिए यह फैसला लिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा को उम्मीद से कम सीटें मिली थीं और जब पार्टी ने इसका विश्लेषण किया तो इसके पीछे भर्ती परीक्षाओं में धांधली के अलावा अग्निवीर योजना के खिलाफ नाराजगी भी सामने आई। माना जा रहा है कि उस गुस्से को थामने के लिए ही भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है।