Air India Plane Crash : टाटा समूह ने अहमदाबाद विमान हादसे में मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा घायलों के इलाज का पूरा खर्च और बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल निर्माण में सहयोग का भी ऐलान किया गया है।

आपको बता दें कि अहमदाबाद में गुरुवार को एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एयर इंडिया के इस विमान में 242 लोग सवार थे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस विमान में सवार केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा है। वहीं, बाकी के मारे जाने की आशंका है। फिलहाल राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। वहीं, विमान दुर्घटना में पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए टाटा समूह ने बड़ा ऐलान किया है।

1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा :
इसके अलावा टाटा संस की ओर से मुआवजे का भी ऐलान किया गया है। पोस्ट में मुआवजे का ऐलान करते हुए लिखा गया है, “टाटा समूह इस त्रासदी में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों को ₹1 करोड़ की सहायता प्रदान करेगा। हम घायलों के चिकित्सा खर्च भी वहन करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सभी आवश्यक देखभाल और सहायता मिले। इसके अतिरिक्त, हम बीजे मेडिकल के छात्रावास के निर्माण में सहायता प्रदान करेंगे। हम इस अकल्पनीय समय में प्रभावित परिवारों और समुदायों के साथ खड़े हैं।”

टाटा समूह ने हादसे पर जताया दुख :
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर बयान जारी किया है। बयान में लिखा है, “एयर इंडिया फ्लाइट 171 से जुड़ी दुखद घटना से हम बेहद दुखी हैं। इस समय हम जो दुख महसूस कर रहे हैं, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और जो घायल हुए हैं।”

मात्र एक यात्री बचा जिंदा :
आपको बता दें कि इस फ्लाइट में जो व्यक्ति बच गया, उसकी पहचान रमेश विश्वास कुमार के रूप में हुई है। यह यात्री बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की ’11ए’ सीट पर बैठा था, जिसमें 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। वह अपने भाई के साथ लंदन जा रहा था। वहीं, अहमदाबाद सिविल अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में कार्यरत डॉ. शारिक एम ने बताया कि रमेश विश्वास कुमार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आपको बता दें कि विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें दो पायलट और 10 चालक दल के सदस्य शामिल थे। एयर इंडिया के अनुसार, विमान में सवार 230 यात्रियों में से 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, एक कनाडाई और सात पुर्तगाली नागरिक थे।

