सारण में इन दिनों बिजली के पावर कट से लोग परेशान हैं। लोगों का हाल बेहाल है। इस बीच ठगों ने भी ठगी का नया तरीका अख्तियार कर लिया है। सारण में इन दिनों बिजली का बिल नहीं भरने और बिजली कट जाने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी हो रही है। पिछले एक हफ्ते में ऐसे दो मामले सामने आ चुके हैं, जहां मैसेज भेजकर ये कहा जाता है कि आपने बिजली बिल पिछले दो महीने से नहीं भरा है, आज ही तत्काल बिल भरें। अगर बिल नहीं भरते हैं तो रात 9.30 बजे बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा।
इस मैसेज में एक मोबाइल नंबर भी दिया जाता है, जिस पर बात करने के लिए कहा जाता है। गर्मी के दिनों में यदि बिजली कट जाए तो सामर्थ्यवान तक की हालत खराब हो जाती है। इसी बात का फायदा धोखेबाज लोग उठा रहे हैं। कनेक्शन कटने से बचने के लिए उपभोक्ताओं को कहा जाता है कि 10 रुपये तुरंत ट्रांसफर कर दें। इस दौरान ठग पीड़ित की तरफ से डाले गए ओटीपी और कार्ड नंबर को रिमोट शेयरिंग एप्लीकेशन से नोटकर लेता है। इसके बाद उसी के मोबाइल के एक्सेस से अकाउंट से पैसे निकल जाते हैं।
ठगी का क्या है तरीका
अनजान नंबर से कोई व्यक्ति फोन करता है। कहता है कि आपका बाइलेंस माइनस में है। जल्दी भुगतान करें नहीं तो बिजली काट दी जाएगी। फिर से कनेक्शन कराने में आपको लंबी प्रक्रिया करनी होगी। लोग बिजली कटने और दिक्कत होने के डर से भुगतान को तैयार हो जाते हैं।
निशाने पर स्मार्ट मीटर उपभोक्ता
छपरा शहर में साइबर ठगी को लेकर तरह-तरह के मामले आ रहे हैं। साइबर ठग बिजली उपभोक्ताओं को अपना निशाना बना रहे हैं। खास तौर पर उनके निशाने पर स्मार्ट मीटर उपभोक्ता आ रहे हैं। बिजली कंपनी को मिली शिकायत के बाद राज्य मुख्यालय ने भी उपभोक्ताओं को सतर्क करने के बारे में समय-समय पर स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने का टास्क दिया है। कुछ ऐसे ही मामले पिछले सप्ताह से सारण में भी सामने आ रहे हैं।
भगवान बाजार के एक उपभोक्ता संजीव ने बताया कि हमारे मोबाइल नंबर पर एक मैसेज और कॉल आया। मैसेज में लिंक भेजा गया था, हमने कॉल रिसीव किया तो अपना नाम समीर बताया और अपने आप को विद्युत कर्मी बताकर 10 रुपये का रिचार्ज करने को बोला गया, नहीं तो लाइन काट दिया जायेगा। हमने कहा कि विद्युत कार्यालय में जाकर बात कर लेते हैं।हमारे मीटर में अभी बैलेंस बचा हुआ है, तभी समीर द्वारा कॉल काट दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, उपभोक्ताओं को लगातार साइबर ठगों के कॉल आ रहे हैं। जाने अनजाने कुछ लोग पैसे भी भेज रहे हैं। स्मार्ट मीटर रिचार्ज कराने और नहीं कराने पर बिजली काट दिए जाने की धमकी देकर साइबर ठग पैसे ऐंठ रहे हैं।बिजली उपभोक्ता बिजली कंपनी के दफ्तर में इसकी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। इसे लेकर उपभोक्ताओं में बेचैनी है।
सात हजार रुपये गवां बैठे
शहर के गुदरी के रहने वाले किराना व्यवसायी संजीव गुप्ता ने बताया कि एक सप्ताह पहले उनके मोबाइल पर दुकान का बिजली तुरंत काटने का मैसेज आया और बताया गया कि स्मार्ट मीटर का बैलेंस समाप्त है। एक लिंक भी दिया गया। लिंक का बटन दबाते ही उनके बैंक खाते से सात हजार रुपये की फर्जी निकासी हो गई। बिजली कंपनी के कार्यलय जाने पर पता चला कि उनके साथ फर्जीवाड़ा हुआ है। बिजली कर्मियों ने बताया ठगों के निशाने पर स्मार्ट मीटर उपभोक्ता आ रहे हैं और जल्दबाजी में कई कस्टमर इन जालसाजों के चक्कर में पड़कर अपना नुकसान कर बैठते हैं।
नौ हजार रुपये की निकासी
शहर के श्यामचक निवासी संजीव कुमार ने बताया कि उनके मोबाइल पर लाइन काटने का मैसेज आया और एक भेजे गए लिंक पर क्लिक करने को कहा गया। लिंक पर क्लिक के तुरंत बाद हमारे खाते से नौ हजार रुपये की फर्जी निकासी का मैसेज आ गया, जिसको देख मैं विद्युत कार्यालय पहुंचा, कार्यालय में बताया गया कि कार्यालय से लाइन काटने या जोड़ने को लेकर कोई कॉल नहीं किया जाता है।साथ ही बताया कि जिले में इस समय साइबर फ्रॉड का मामला दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, जहां अब साइबर फ्रॉड अब बिजली उपभोक्ताओं को भी निशाना बनाने लगे।