Bihar

जातीय जनगणना, भूमि सर्वे और दलितों के लिए जमीन पर CM नीतीश से सवाल.

Photo of author
By Samastipur Today Desk


जातीय जनगणना, भूमि सर्वे और दलितों के लिए जमीन पर CM नीतीश से सवाल.

 

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज है। इस बीच जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने राज्य की नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला है।

 

प्रशांत किशोर ने जातीय जनगणना, भूमि सर्वे और महादलितों के लिए भूमि समेत कई अहम मुद्दों पर नीतीश सरकार को घेरते हुए तीखे सवाल पूछे हैं। इतना ही नहीं पीके ने सरकार से यह भी कहा है कि अगर एक महीने के अंदर उनके सवालों के जवाब नहीं मिले तो वो सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे।

पटना में प्रेस वार्ता कर जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 2-3 साल में जातीय जनगणना के नाम पर सबसे ज्यादा रोटी सेंकी गई है। जातीय जनगणना जिन्होंने 500 करोड़ रुपये खर्च कराया।

उनकी नीयत किसी जाति का भला करना नहीं था। बल्कि उनकी नीयत कुछ और ही थी। प्रशांत किशोर ने मांग की है कि नीतीश सरकार ने जातीय जनगणना कराने के बाद केंद्र सरकार को आरक्षण बढ़ाने के लिए जो सिफारिश की थी उसकी क्या स्थिति है।

प्रशांत किशोर ने बिहार में भूमि सर्वे का मुद्दा उठाया। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में साल 2013 में भूमि सर्वे का काम किया गया। लेकिन आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे राज्यों में बिहार के बाद जमीन सर्वे का काम हुआ और उन्होंने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर सर्वे का काम पूरा भी कर लिया। प्रशंत किशोर ने दावा किया कि बिहार में भूमि सर्वे के नाम पर लूट और भ्रष्टाचार हो रहा है। उनका दावा है कि अब तक कुल जमीन के महज 20 फीसदी का ही सर्वे हो सका है। प्रशांत किशोर ने कहा कि जमीन सर्वे की वजह से घरों में झगड़ा बढ़ा है।

Leave a Comment