बिहार की सड़क संरचना को आधुनिकता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा पटना-पूर्णिया सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे (Patna-Purnia Six Lane Expressway) अब एक नए रूट से होकर गुजरेगा। इस परिवर्तन से जहां कुछ गांवों के लिए विकास के नए रास्ते खुलेंगे, वहीं कुछ क्षेत्रों के लोगों की वर्षों पुरानी उम्मीदों को झटका भी लगा है।

हसनपुर प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरने वाले प्रस्तावित पटना-पूर्णिया सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य 2025 में शुरू होने की संभावना है। पहले तैयार किए गए ग्रीन फील्ड प्लान में यह एक्सप्रेसवे औरा-पटसा के पास से होकर गुजरने वाला था, जिससे वहां के ग्रामीणों को उम्मीद थी कि उन्हें राजधानी पटना और अन्य जिलों तक तेज और सीधी पहुंच मिलेगी।

हालांकि, अब विभागीय स्तर पर नए ग्रीन फील्ड कॉरिडोर का निर्माण किया गया है, जिसमें पुराने रूट को पूरी तरह से बदल दिया गया है। अब यह हाईवे करेह नदी पार करके लगमा और कढ़डुमर गांव से होकर गुजरेगा, जिससे औरा-पटसा को इस योजना से बाहर कर दिया गया है। इससे स्थानीय लोगों में निराशा है, वहीं लगमा क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है।

नए रूट के अनुसार एक्सप्रेसवे 282 किलोमीटर की लंबाई में दिघवारा, डुमरी, पाटेपुर, राजा पाखर, जनदाहा, सरायरंजन, चैता नॉर्थ, रोसड़ा, देवधा, लगमा, कढ़डुमर, बघवा, खजुराहो, रेसना, रजनी, बरहारा कोठी, बनभाग, काझा नदी, कसबा, डगरुआ होते हुए पूर्णिया तक जाएगा। इसके दोनों ओर सर्विस रोड भी बनेंगे ताकि स्थानीय यातायात सुगम रहे।

इस प्रोजेक्ट पर 12,600 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है। निर्माण कार्य के दौरान 17 बड़े पुल और 6 रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बनाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम गति 120 किमी प्रति घंटा निर्धारित होगी, जिससे पटना से पूर्णिया की यात्रा मात्र 3 घंटे में पूरी की जा सकेगी।


इस परियोजना से सहरसा, समस्तीपुर, दरभंगा, मधेपुरा, वैशाली और सारण जैसे जिलों को भी जोड़ने की योजना है, जिससे समूचे उत्तर बिहार की परिवहन व्यवस्था को नई ऊर्जा मिलेगी।

