Shravani Mela 2025 : विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की तैयारियों के मद्देनजर भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी गुरुवार को सुल्तानगंज पहुंचे और मेला क्षेत्र का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारियों, अभियंताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ मेला क्षेत्र के प्रमुख स्थलों का जायजा लिया।

बता दें कि इस साल सावन का महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 तक चलेगा। इस दौरान कुल चार सोमवार आएंगे। सावन का समापन भाई-बहन के रिश्ते के प्रतीक रक्षाबंधन के त्योहार के साथ होगा, जो इस बार रक्षाबंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा।

इस क्रम में नमामि गंगे घाट, नई सीढ़ी घाट, कांवरिया पथ, पार्किंग स्थल और नियंत्रण कक्ष समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की स्थिति का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि 30 जून तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं, ताकि मेले के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो।

जिलाधिकारी ने कहा कि श्रावण मास में प्रतिदिन दो लाख से अधिक श्रद्धालु सुल्तानगंज पहुंचते हैं और उत्तरवाहिनी गंगा से गंगाजल भरकर झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में जलार्पण के लिए पैदल जाते हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और उनकी आस्था को देखते हुए प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि सुल्तानगंज के सभी घाटों पर पर्याप्त रोशनी, स्वच्छ शौचालय और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। गोताखोरों के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीम की भी तैनाती सुनिश्चित की जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि कांवरिया पथ पर आठ अस्थायी थाने बनाए जाएंगे, ताकि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहे। मेले के दौरान कुल 1500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल रहेंगी।

जिलाधिकारी ने सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करने और मेले को सुव्यवस्थित, सुरक्षित और श्रद्धालुओं के अनुकूल बनाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान भागलपुर के उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार, सिटी एसपी, स्थानीय विधायक, नगर परिषद प्रतिनिधि और प्रखंड स्तरीय अधिकारी भी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से साफ कहा कि मेले की सफलता के लिए सभी को मिलकर गंभीरता से काम करना होगा।

गौरतलब है कि इस साल श्रावणी मेला 11 जुलाई से शुरू होकर एक महीने तक चलेगा। इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु बाबा धाम की यात्रा पर निकलते हैं। इसे देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो और मेला पूरी तरह सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।

