Cyber Fraud : बिहार के मोतिहारी जिले में साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने मोतिहारी से चलाए जा रहे गिरोह के पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 29 लाख भारतीय रुपये और 99,500 नेपाली करेंसी के अलावा 24 मोबाइल, 7 लैपटॉप, दो चार पहिया वाहन, 2 रिवॉल्वर और 3 नोट गिनने वाली मशीन बरामद की गई है। पुलिस के मुताबिक इस अंतरराज्यीय गिरोह में 200 से ज्यादा साइबर अपराधी शामिल हैं। साइबर डीएसपी अभिनव परासर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि डार्क वेब के जरिए रोजाना एक से डेढ़ करोड़ की ठगी की जाती है।

उन्होंने बताया कि गिरोह में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। साइबर डीएसपी ने बताया कि एसपी स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर साइबर ठगी गिरोह के अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। डीएसपी ने बताया कि ठगी से प्राप्त काली कमाई को सफेद करने की जिम्मेदारी चांदमारी स्थित एक स्कूल संचालक के बेटे सुमित सौरभ पर थी। अपराधी बैंक के माध्यम से नकदी निकालकर उसे यूएसडीटी और क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर उसे सफेद कर लेते थे। साथ ही करोड़ों की आय दिखाकर रिटर्न भी दाखिल करते थे।

डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से 29 लाख 29 हजार 680 भारतीय रुपये और 99 हजार 500 नेपाली रुपये बरामद किए गए हैं। इसके अलावा 24 मोबाइल, 7 लैपटॉप, 2 टैब, 2 देसी रिवाल्वर, 13 कारतूस, तीन नोट गिनने की मशीन, 16 पासबुक, 49 एटीएम कार्ड, 37 चेकबुक, 1 एसबीआई ढाका शाखा का स्टांप, दो चार पहिया वाहन, एक बाइक बरामद की गई है। पुलिस को एक डायरी भी मिली है, जिसमें ठगी करने के तरीके और अन्य साइबर गतिविधियों की जानकारी है।

पुलिस जांच में पता चला है कि गिरोह के सदस्य साइबर ठगी से रोजाना एक से डेढ़ करोड़ रुपये कमाते थे। बदमाशों के विभिन्न बैंकों में खाते हैं। गिरोह से जुड़े अपराधियों के खाते खुले थे, जिसमें रोजाना लाखों रुपये आते थे। खाते में आने वाले पैसे को कमीशन काटकर गिरोह से जुड़े शातिर मास्टरमाइंड को निकाल कर दे दिया जाता था।

साइबर डीएसपी ने बताया कि मोतिहारी में गिरोह का मास्टरमाइंड रघुनाथपुर निवासी सत्यम सौरभ है। फिलहाल वह फरार है। उसके नेपाल में छिपे होने की आशंका है। गिरोह के तार यूपी और दिल्ली से भी जुड़े हैं। वहां मोतिहारी के आयुष, अंश और यश साइबर ठगी के पैसे ट्रांसफर करते थे। डीएसपी ने बताया कि फिलहाल सत्यम सौरभ के पिता सुनील कुमार श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया है। डीएसपी ने बताया कि गिरोह ने रोजाना करोड़ों रुपये की ठगी कर अकूत संपत्ति अर्जित की है। बदमाशों के पास कई लग्जरी कारें हैं।


इस गिरोह के बदमाशों की कारों का रजिस्ट्रेशन नंबर 8055 है। इसका इस्तेमाल वे डिजिटल बॉस के तौर पर करते थे। इसके अलावा सत्यम नेपाल में पांच करोड़ की जमीन खरीदने की योजना बना रहा था। इसे खरीदने के लिए उसने एक टीम लगा रखी थी। इसके अलावा सत्यम अपनी संपत्ति भी दूसरे लोगों के नाम से खरीदता था। जांच के बाद संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

